लोगों से लोगों के बीच और व्यापार से व्यापार के संपर्क बढ़ाने की जरूरत: सीतारमण
सीतारमण ने की अर्थशास्त्रियों के साथ बजट पूर्व पहली चर्चा
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत और जापान के बीच संबंधों को मजबूत बताते हुये शुक्रवाार को यहां कहा कि दोनों देशों के केवल सरकारों के अलावा लोगों के लोगों से और व्यापार से व्यापार के संबंध को भी बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि इससे देशों के बीच संबंध मजबूत और स्थिर स्तर पर बने रहें हैं।श्रीमती सीतारमण ने यहां भारत जापान फोरम में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह के साथ परिचर्चा में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भारत और जापान के बीच, केवल सरकारों के अलावा, जो बनाए रखने की आवश्यकता है वह है लोगों से लोगों और व्यापार से व्यापार के हित। कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद, देशों के बीच संबंध मजबूत और स्थिर स्तर पर बने रहते हैं जब लोगों से लोगों और व्यापार से व्यापार के संपर्क सुरक्षित, मजबूत और गहरे होते हैं।-उन्होंने कहा “ पिछले कुछ समय से ग्लोबल साउथ की आवाज़ बनने के बाद, मुझे लगता है कि भारत अपनी भूमिका को आगे बढ़ाएगा, जिसे सभी ने भारत की जी 20 अध्यक्षता के दौरान भी देखा है। हर बार जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक महत्व के मुद्दे को उठाते हैं, तो वे ग्लोबल साउथ से परामर्श करते हैं और उनकी चिंता को आगे बढ़ाते हैं।”
उन्होंने कहा “ हमारे पास श्री मोदी के रूप में एक प्रधान मंत्री हैं जो प्रत्येक चुनौती में अवसर देखते हैं। कोविड के दौरान पांच मिनी बजट पेश किए गए थे, जिनमें से प्रत्येक ने एक तरफ राहत, समर्थन और सहायता प्रदान की, वहीं दूसरी तरफ यह सुनिश्चित किया कि छोटे और अनदेखे लंबित सुधारों को आगे बढ़ाया जाए। ऐसा ही एक सुधार जो वैचारिक स्पष्टता के मामले में भारत के लिए एक बड़ा कदम था, खासकर आर्थिक मामलों में, वह था ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’।”
सीतारमण ने की अर्थशास्त्रियों के साथ बजट पूर्व पहली चर्चा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट की तैयारियां शुरू कर दी है और इसके लिए शुक्रवार को उन्होंने अर्थशास्त्रियों के साथ यहां पहली बजट पूर्व चर्चा की।वित्त मंत्रालय ने एक्स पर यह जानकारी देते हुये कहा कि श्रीमती सीतारमण ने आज यहां आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 के संबंध में अग्रणी अर्थशास्त्रियों के साथ पहली बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की।बैठक में वित्त मंत्री के साथ-साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव और दपिम सचिव ; आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी शामिल हुए।
बैठक में भाग लेने वाले अर्थशास्त्रियों में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज के निदेशक डॉ़ सुरेश बाबू, सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के प्रोफेसर एवं निदेशक प्रो सी वीरामणी, मोतिलाल ऑसवाल के मुख्य अर्थशास्त्री निखिल गुप्ता, सिटीग्रुप के मुख्य अर्थशास्त्री समिरन चक्रवर्ती, राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री एस पटनायक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता, अशोका यूनिवसिर्टी के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर भारत रामास्वामी आदि मौजूद थे।(वार्ता)