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जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या,देश में 1 दिन का राष्ट्रीय शोक

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आहत, बोले--मित्र आबे पर हमले से व्यथित हूं

नारा (जापान) : जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को गोली मारे जाने के बाद निधन हो गया। सरकारी प्रसारणकर्ता ‘एनएचके’ ने यह जानकारी दी।एनएचके ने बताया कि आबे (67) को पश्चिमी जापान के नारा में शुक्रवार को भाषण शुरू करने के कुछ मिनटों बाद ही पीछे से गोली मार दी गयी थी। आबे को विमान से एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनकी हृदय गति रुक गयी थी। अस्पताल में बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

इससे पहले 1932 में जापान के प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी की हत्या एक नौसेना अधिकारी ने कर दी थी। जापान उन देशों में शुमार है, जहां बंदूक रखने को लेकर बेहद कड़े कानून हैं। शिंजो आबे ने इसी साल फरवरी में कहा था कि जापान को लंबे समय से जारी एक वर्जना को तोड़ देना चाहिए और परमाणु हथियारों पर सक्रिय बहस शुरू करनी चाहिए।

पुलिस ने घटनास्थल पर ही संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनके कैबिनेट मंत्री देशभर में अन्य प्रचार अभियानों को बीच में रोक कर तोक्यो लौट आए। किशिदा ने इस हमले को ‘‘कायराना और बर्बर’’ बताया और कहा कि चुनावी अभियान के दौरान हुआ यह अपराध पूरी तरह अक्षम्य है।

आबे 2020 में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण इस्तीफा देने से पहले, देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में इस घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है।‘एनएचके’ ने घटना का एक फुटेज प्रसारित किया है, जिसमें नारा में एक मुख्य ट्रेन स्टेशन के बाहर आबे को भाषण देते हुए देखा गया। जब गोली चलने की आवाज सुनी गयी तो आबे खड़े थे, उन्होंने गहरे नीले रंग के कपड़े पहने हुए थे और अपनी मुठ्ठी उठा रहे थे।

इसके बाद फुटेज में आबे को सड़क पर गिरते हुए देखा गया और कई सुरक्षाकर्मी उनकी ओर भाग रहे थे। उन्होंने अपने सीने पर हाथ रखा हुआ था और उनकी कमीज पर खून लगा हुआ था। फुटेज में नजर आता है कि इसके अगले क्षण ही सुरक्षाकर्मी भूरे रंग की कमीज पहने एक व्यक्ति को दबोच लेते हैं। जमीन पर एक बंदूक गिरी हुई दिखायी देती है। नारा की पुलिस ने हत्या की कोशिश के लिए एक संदिग्ध को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की और उसकी पहचान तेत्सुया यामागामी (41) के तौर पर की। ‘एनएचके’ ने बताया कि संदिग्ध 2000 में तीन साल के लिए समुद्री आत्म-रक्षा बल में सेवाएं दे चुका है।

एक अन्य फुटेज में चुनाव प्रचार अधिकारियों को अपने लोकप्रिय नेता के आसपास इकट्ठा होते देखा गया। आबे सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रभावशाली नेता थे और वह उसके सबसे बड़े धड़े सेइवकाई का नेतृत्व करते थे। जापानी संसद के ऊपरी सदन के लिए मतदान रविवार को होना है।आबे पर हमले से भावुक किशिदा ने कहा, ‘‘मैं कड़े से कड़े शब्दों में इस कृत्य की निंदा करता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगी लेकिन साथ ही कहा कि आबे को शीर्ष स्तर की सुरक्षा मिली हुई थी।

विपक्षी दलों के नेताओं ने हमले की निंदा करते हुए इसे जापान के लोकतंत्र के लिए चुनौती बताया। घटना के बाद तोक्यो में, लोग अख़बारों के अतिरिक्त संस्करण लेने या टीवी कवरेज देखने के लिए सड़क पर रुक गए। आबे ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि उनमें एक पुरानी बीमारी ‘अल्सरेटिव कोलाइटिस’ फिर से उभर आयी है। आबे ने उस समय पत्रकारों से कहा था कि अपने कई लक्ष्यों को अधूरा छोड़ना उनके लिए ‘‘परेशान करने वाली बात’’ है। उन्होंने वर्षों पहले उत्तर कोरिया द्वारा अगवा किए गए जापानी नागरिकों के मुद्दे, रूस के साथ क्षेत्रीय विवाद और जापान के युद्ध त्यागने वाले संविधान के संशोधन के मुद्दों को हल करने में अपनी नाकामी की बात की थी।

दुनिया भर के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है। आबे 2006 में 52 साल की उम्र में जापान के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उनका पहला कार्यकाल एक साल बाद अचानक समाप्त हो गया। आबे जब 2012 में फिर से प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, राजकोषीय प्रोत्साहन, मौद्रिक सुगमता और ढांचागत सुधारों पर जोर दिया। आबे ने छह राष्ट्रीय चुनाव जीते और जापान की रक्षा भूमिका और क्षमता तथा अमेरिका के साथ इसके सुरक्षा गठबंधन को मजबूत करते हुए सत्ता पर मजबूत पकड़ बनाई।

जापान के पब्लिक ब्रॉडकास्टर एनएचके की रिपोर्ट के मुताबिक घटना स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11.30 हुई। श्री आबे पर हमला उस समय हुआ जब वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव अभियान के दौरान नारा शहर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।इस बीच पुलिस ने यमातोसैदाईजी स्टेशन के पास एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है .एनएचके वर्ल्ड न्यूज के मुताबिक भाषण के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री और लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष आबे पर हमला हुआ। गोलीबारी में वह बुरी तरह घायल हो गए। घटनास्थल पर गोली चलने की आवाज सुनी गई। शिंजो आबे को इलाज के लिए फौरन अस्पताल ले जाया गया है।स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि नारा शहर में भाषण के दौरान शिंजो आबे पर एक शख्स ने गोली चला दी। गोली लगने से वह खून से लथपथ होकर मंच पर गिर पड़े। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया।

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। भारत और जापान के बेहतर संबंधों में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है। वह लंबे समय तक जापान के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 2019 में स्वास्थ्य कारण से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

शिंज़ो आबे पर हमले पर गहरी चिंता जतायी मोदी ने

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे पर जानलेवा हमले पर गहरी चिंता जतायी है और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए परिवार एवं जापान के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।श्री मोदी ने ट्वीटर पर अपने संदेश में कहा, “मेरे प्रिय मित्र आबे शिंज़ो पर हमले से अत्यधिक व्यथित हूं। हमारे विचार एवं प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार एवं जापान के लोगों के साथ हैं।”

प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा- ‘यह लोकतंत्र की नींव पर हमला’

टोक्यो । जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए  हमले के बाद अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। यह लोकतंत्र की नींव पर हमला है। फुमियो किशिदा ने आगे कहा कि यह बर्बर और दुर्भावनापूर्ण है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। शिंजो आबे पर हुए हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिंजो आबे पर हुए हमले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके विचार और प्रार्थनाएं जापान की जनता के साथ हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा- “ मैं प्रिय मित्र शिंजो आबे पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।”

जापानी कम्युनिस्ट पार्टी के चेयरमैन काजोउ शी ने ट्वीट कर कहा, ”शिंजो आबे पर बर्बर हमला बर्दाश्त करने लायक नहीं है।”इस बर्बरता पर व्हाइट हाउस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस ने कहा कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए हमले की हम बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।जापान में वॉशिंगटन पोस्ट की ब्यूरो चीफ मिशेल ये ही ली ने ट्वीट किया है, ”शिंजो आबे जापान में अब भी बहुत लोकप्रिय हैं। जापान में हिंसा अपवाद स्वरूप होती है।”

उल्लेखनीय है कि आबे रविवार को संसद के अपर हाउस के लिए होने वाले चुनाव प्रचार में हिस्सा ले रहे थे। शिंजो आबे पर पश्चिमी जापान के नारा शहर में प्राणघातक हमला हुआ है। भाषण देने के दौरान उनको निशाना बनाकर गोली दागी गई। हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। भारत और जापान के बेहतर संबंधों में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।इससे पहले 1932 में जापान के प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी की हत्या एक नौसेना अधिकारी ने कर दी थी। जापान उन देशों में शुमार है, जहां बंदूक रखने को लेकर बेहद कड़े कानून हैं। शिंजो आबे ने इसी साल फरवरी में कहा था कि जापान को लंबे समय से जारी एक वर्जना को तोड़ देना चाहिए और परमाणु हथियारों पर सक्रिय बहस शुरू करनी चाहिए।(हि.स.)

आबे के निधन पर भारत में शनिवार को राष्ट्रीय शोक

भारत ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर शनिवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री आबे के प्रति भारत के गहरे सम्मान में नौ जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।श्री मोदी ने कहा,“ पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के प्रति हमारे गहरे सम्मान स्वरूप नौ जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा। ”श्री आबे के सम्मान में नौ जुलाई को सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सरकारी समारोहों का आयोजन नहीं होगा। श्री मोदी के श्री आबे बहुत करीबी मित्र थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर रहते हुए श्री मोदी के साथ उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भ्रमण किया था और वहां उन्होंने गंगा आरती में भी भाग लिया था।

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