दुद्धी,सोनभद्र : मानवता को शर्मसार कर इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना में अन्ततः समीरा परवीन को छठवें दिन न्याय की पहली मंजिल मिल गयी। नगर के रईस खानदान एवं एचएचआर मेगा मार्ट के मालिक हाजी निजामुद्दीन की लाडली समीरा परवीन 21 मई को दहेज लोभियों की बलि बेदी पर चढ़ गई। मायके वालों ने बेटी को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन का दरवाजा खटखटाया और घटना के छठें दिन अन्ततः समीरा को न्याय की मिलने की उम्मीद जाग उठी।
हाजी निजामुद्दीन ने करीब 14 माह पहले अपनी लाडली समीरा परवीन का विवाह जबलपुर (मप्र) निवासी खुर्शीद आलम के साथ पूरे साजो सामान के साथ पचासों लाख रुपये खर्च करके की थी।ताकि उनकी लाडली को कोई तकलीफ न हो। लेकिन दहेज लोभियों की नजर मायके वालों की सपत्ति पर गड़ी हुई थी। कुछ दिन बाद से ही फार्च्यूनर कार व भारी नकदी की मांग कर समीरा को मानसिक और शारिरीक यातनाएं दी जाने लगी। काफी कुछ झेलने के बाद भी संस्कारों में पली बढ़ी समीरा ने अपने कष्टों को दबाये रखा और मायके वालों को कभी भी शिकायत नही की।
यातनाओं की हद होने के बाद समीरा ने अपनी बहन से आपबीती बताई और कहा कि उसके शौहर का किसी अन्य लड़की से भी चक्कर है। इसलिए उसे हर तरह से परेशान किया जा रहा है। घटना के दिन 21मई 2023 को समीरा के चार माह के बच्चे का खतना भी हुआ था। घर पर किसी बात को लेकर समीरा और उसके शौहर खुर्शीद में कहा सुनी हो गयी। खुर्शीद ने आवेश में आकर अपने ससुर निजामुद्दीन को फोन किया कि आकर अपनी बेटी को ले जायें, नही तो वह या तो समीरा को मार देगा या खुद मर जायेगा। कुछ देर बाद समीरा द्वारा फांसी लगा लेने की सुचना ने मायके वालो की होश उड़ा दिए।
नगर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने पीएम रिपोर्ट आने के बाद मायके वालों के तहरीर पर मात्र 14 माह पुरानी शादी की दुल्हन समीरा परवीन की मौत के आरोपियों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर,विवेचना शुरू कर दी। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपी पति खुर्शीद,सास तरन्नुम और ससुर महताब आलम को आईपीसी की धारा 304 बी, 498 ए, 34 एवं 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उसके बाद समीरा के परिजनों ने बेटी को न्याय की शुरुआत होते ही कानून व अल्लाह पर भरोसा जताया।वहीं नगर के प्रबुद्धजनों ने समीरा परवीन के हत्यारोपी पति, सास व ससुर को फांसी देने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि जब तक समाज में ऐसे दरिंदे रहेंगे, तब तक हमारी बेटियां दहेज की बलि बेदी पर चढ़ती रहेंगी।