बलिया: सरयू की लहरें लगातार उफान मार रही है। बुधवार को नदी का जलस्तर खतरा निशान से 34 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। तुर्तीपार जल आयोग के अधिकारियों के अनुसार नदी का जलस्तर खतरा निशान 64.01 मीटर के सापेक्ष 64.350 मीटर दर्ज किया गया। साथ ही नदी के जलस्तर में आधा सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ाव जारी है। जिससे तटवर्ती इलाकों में नदी के दबाव से खतरा बढ़ता जा रहा है। तुर्तीपार प्रधान व सीयर ब्लाक के प्रधान संघ अध्यक्ष आलोक सिंह के साथ क्षेत्रीय विधायक धनंजय कन्नौजिया ने बुधवार को तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का जायजा लिया। विधायक ने उक्त मल्लाह बस्ती को हर वर्ष नदी के बाढ़ से बचने के लिए एक पक्का पुल के निर्माण कराएं जाने हेतु प्रयास करने का भरोसा दिलाया। विधायक धनंजय कनौजिया ने कहा कि बाढ़ व कटान से तटवर्ती रिहायशी इलाकों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे
विधायक ने पूरे गांव में नदी से होने वाले प्रभाव का जायजा लिया। इस दौरान प्रधान आलोक सिंह ने तुर्तीपार गांव में नदी से सटे मल्लाह बस्ती को मुजौना गांव से जोड़ने के लिए पक्का चैड़ा नाला की आवश्यकता का एहसास कराया। बताया कि यहां करीब 300 की आबादी हर वर्ष नदी से घिरने के बाद नाव पर ही निर्भर हो जाती है। पहली बार वर्तमान बरसात से पूर्व मल्लाह बस्ती को मुजौना गांव से सीधे जोड़ने को एक अस्थायी पुलिया का निर्माण कराया गया था किंतु नदी का जलस्तर खतरा निशान से ऊपर होने के कारण उक्त पुलिस नदी के पानी में पूरी तरह से डूब गया है। बावजूद नदी से घिरे लोग उक्त पुलिया को ही पकड़कर नदी के पानी से होकर बाहर निकल रहे है। जबकि हर वर्ष यहां जुलाई माह से ही नाव से आना जाना विवशता हो जाती है। ग्राम प्रधान आलोक सिंह ने बताया कि उक्त स्थान पर 300 की आबादी वाले मल्लाह बस्ती को नदी से घिरने से बचाने हेतु मुजौना गांव से जोड़ते हुए एक बड़े व पक्के पुल का निर्माण कराया जाना आवश्यक है। जिससे उक्त आबादी हर वर्ष नदी से घिरने के संकट से बच सकती है। इस दौरान भाजपा नेता महावीर यादव, शशि कन्नौजिया आदि मौजूद रहे। इधर नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ाव होने से तुर्तीपार, मुजौना, खैरा, शिवपुर मठिया, गुलौरा व टंगुनिया के तटवर्ती इलाकों में नदी का दबाव बढ़ सा गया है।
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