शिलांग/ईटानगर/गुवाहाटी/गंगटोक, जनवरी । पूर्वोत्तर के राज्यों मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और असम में रविवार को गणतंत्र दिवस समारोह पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया गया।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इस अवसर पर अगले 10 साल में राज्य के लिए अपनी सरकार का दृष्टिकोण रखा और कहा कि वह राज्य के सभी निवासियों के जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं।
यहां के पोलो ग्राउंड में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हर किसी को मजबूत करने के दृष्टिकोण और मानव विकास, प्राथमिक क्षेत्र का कायाकल्प, बुनियादी ढांचा विस्तार, उद्यमिता को बढ़ावा देना, पर्यावरण संरक्षण और शासन में सुधार के छह स्तंभ के साथ इस दिशा में व्यापक कार्य जारी हैं।
राज्यपाल तथागत राय के अवकाश पर होने के कारण परंपरा से हटकर इस साल मुख्यमंत्री ने तिरंगा झंडा फहराया।
अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉक्टर बी डी मिश्रा ने रविवार को राज्य के लोगों से अपील की कि वह विकास के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ आएं।
गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी पार्क में राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद मिश्रा ने कहा कि पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए सरकार ने उपग्रह आधारित निगरानी समेत जियो टैगिंग टूल का इस्तेमाल सभी परियोजनाओं के लिए अनिवार्य किया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार टीम भावना के साथ शासन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सेवा, कृषि, बागवानी क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव, रोजगार सृजन और 2024 तक सभी घरों तक पेयजल मुहैया कराने जैसे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का आधुनिकीकरण कर रही है।
सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर कहा कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखने में अन्य के लिए सिक्किम मॉडल राज्य बन चुका है।
यहां 71वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में झंडोत्तोलन के बाद प्रसाद ने अपने भाषण में कहा, ‘‘सिक्किम ने विकास, शांति, सौहार्द और सुरक्षा को आत्मसात किया है। राज्य में सांप्रदायिक दंगे या हड़ताल जैसी कोई समस्या नहीं है। यह अन्य के लिए एक मॉडल राज्य बन चुका है।’’
प्रसाद ने सिक्किम के देश के पहले जैविक राज्य बनने की भी प्रशंसा की।
वहीं, असम में गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल जगदीश मुखी ने कहा कि असम सरकार यहां के मूल निवासियों के अधिकारों के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है, जिन्हें इस संबंध में गठित समिति की रिपोर्ट के बाद जल्द ही संवैधानिक सुरक्षा प्राप्त होगी।
71वें गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम में राष्ट्रीय झंडा फहराने के बाद मुखी ने कहा कि राज्य सरकार बराक-ब्रह्मपुत्र और पर्वतीय मैदानी इलाकों में पिछले साढ़े तीन साल के दौरान रह रहे असमी लोगों की प्रतिष्ठा के लिए पूरे समर्पण से काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार असम के मूल निवासियों के अधिकारों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है… असम समझौते के खंड छह को पूरी तरह से लागू करने पर जोर देना इसके इसी लक्ष्य और नीति को साबित करता है।’’