दो गज की दूरी बनाएँ, खुद को बचें दूसरों को बचाएँ
- मुकम्मल इलाज व वैक्सीन न आने तक इसी में सबकी भलाई
महराजगंज । कोरोना वायरस यानि कोविड-19 को सही मायने में मात देना है तो हम सभी को “दो गज की दूरी” के अनुशासन को अपने जीवन में उतारना होगा। दो गज को दूरी बनाकर खुद को बचाने के साथ दूसरों को भी बचाएँ।
उक्त जानकारी देते हुए कोरोन नोडल अधिकारी डाँ आइए अंसारी जी ने कहा कि सरकार द्वारा जरूरी सेवाओं और दफ्तरों में कामकाज शुरू करने के साथ ही दो गज की यह जिम्मेदारी और बढ़ जाती है । इस जिम्मेदारी को तब तक निभाने की बड़ी जरूरत है जब तक कि इस वायरस को पूरी तरह से मात देने वाली वैक्सीन या मुकम्मल इलाज की व्यवस्था नहीं हो जाती ।
उन्होंने कहा कि इस समय देश एक ऐसे वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है जो कि अदृश्य व अनजाना है । ऐसे में उससे सुरक्षित रहना है तो जरूरी सावधानी तो बरतनी ही होगी।
सार्वजानिक स्थलों पर एक दूसरे से कम से कम दो गज यानि छह फुट की दूरी बनाकर रखें क्योंकि संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आने से आप भी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं । इसके लिए जरूरी है कि किसी भी स्थल पर भीड़भाड़ से बचना होगा।बाज़ारों व दुकानों पर खरीदारी के वक्त भी इसका पालन करना होगा ।
दफ्तरों में भी एक उचित दूरी पर ही बैठकर कार्य करना होगा । घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाना भी बहुत जरूरी होगा । वायरस घर-दुकान या कार्यालय की सतह और सामानों पर भी हो सकते हैं, इसलिए साफ़-सफाई पर भी ज्यादा ध्यान देना जरूरी है । ऐसे स्थलों और दफ्तरों की सफाई के लिए ब्लीचिंग पाउडर या कीटाणुनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
जीवन में इनको अपनाएं-कोरोना से सुरक्षा पाएं
-हाथों को साबुन-पानी से बार-बार अच्छी तरह से धुलें।
-सार्वजानिक स्थलों पर दूसरे से दो गज दूर रहें।
-बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं।
-नाक,मुंह और आँख को न छुएं।
-खांसने, छींकने और थूकने के शिष्टाचार को समझें।
-इधर-उधर पड़ी चीजों को अनावश्यक न छुएं।
-ध्यान, योगा और प्राणायाम करें।
– रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।
– बुजुर्ग, छोटे बच्चे व गर्भवती तभी बाहर निकलें जब बहुत जरूरी हो।