मुंबई : पेट्रोलियम समेत विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने आज कहा कि कंपनी नए ऊर्जा कारोबार में 75 हजार करोड़ रुपये तक निवेश करने के लिए तैयार है।श्री अंबानी ने गुरुवार को यहां कंपनी की 47वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि रिलायंस के नए ऊर्जा कारोबार चालू होने के पांच से सात वर्षों में ही उतनी कमाई करने लगेगा, जितनी हमारा ऑयल टू कैमिकल कारोबार करता है। कंपनी न्यू एनर्जी बिजनेस में 75,000 करोड़ तक के निवेश के लिए तैयार हैं।
आरआईएल अध्यक्ष ने नए ऊर्जा कारोबार के बारे में बताया और कहा, “जैव-ऊर्जा कारोबार तेजी से विस्तार कर रहा है और वर्ष 2025 तक 55 ऑपरेटिंग कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र तक पहुंच जाएगा। इससे किसान अन्नदाता से ऊर्जादाता बन जाएंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में 30,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी।”श्री अंबानी ने बताया कि कंपनी ने कच्छ में बंजर भूमि को पट्टे पर लिया है। इस बंजर भूमि में अगले 10 वर्षों में लगभग 150 अरब यूनिट बिजली पैदा होगी, जो भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं के लगभग 10 प्रतिशत के बराबर होगी।
आरआईएल अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस साल के अंत तक, हम अपने स्वयं के सौर फोटो-वोल्टाइक (पीवी) मॉड्यूल का उत्पादन शुरू कर देंगे। अगली तिमाहियों में, हम अपनी एकीकृत सौर उत्पादन सुविधाओं का पहला चरण पूरा कर लेंगे। इसमें मॉड्यूल, सेल, ग्लास, वेफर, इंगोट और पॉलीसिलिकॉन शामिल हैं, जिनकी शुरुआती वार्षिक क्षमता 10 गीगावाट है। हमने जामनगर में 30 गीगावॉट वार्षिक क्षमता वाली एक एकीकृत उन्नत रसायन-आधारित बैटरी विनिर्माण सुविधा का निर्माण शुरू कर दिया है। अगले साल की दूसरी छमाही तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। (वार्ता)