महाराष्ट्र संकट: राज्यपाल के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे बागी विधायक

गुवाहाटी : असम के गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में डेरा डाले महाराष्ट्र शिवसेना के बागी विधायक तीन दिन तक यहां ठहरेंगे और वे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात करेंगे।सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने सरकार बनाने के लिए अपनी ताकत दिखाने के वास्ते राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को बैठक बुलाने के लिए पत्र लिखा है।

गौरतलब है कि श्री कोश्यारी के बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला है। उनकी अनुपस्थिति में गोवा के राज्यपाल श्रीधरन रेड्डी को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।इस बीच विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि श्री रेड्डी पहले ही श्री शिंदे को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं। इसके जरिये विद्रोही नेता सरकार बनाने के समर्थन में अपने विधायकों की संख्या गिनाने का प्रयास करेंगे।

इस बीच, सभी 40 विधायक, जिनमें शिवसेना के 33 विधायक और सात निर्दलीय शामिल हैं, होटल में एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हैं। रेडिसन ब्लू होटल में असम के कई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भी मौजूद हैं।श्री शिंदे महाराष्ट्र के अन्य पार्टी विधायकों के साथ बुधवार सुबह 6-30 बजे गुवाहाटी पहुंचे। हवाई अड्डे पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशांत बोरगोहेन और पल्लब लोचन दास ने उनका स्वागत किया।असम रवाना होने से पहले श्री शिंदे और पार्टी के अन्य विधायक गुजरात के सूरत में एक होटल में डेरा डाले हुए थे।

शिवसेना के बागी नेता शिंदे 40 विधायकों के साथ पहुंचे असम

शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे पार्टी के अन्य विधायकों के साथ बुधवार की सुबह भारतीय जनता पार्टी शासित असम के गुवाहाटी पहुंचे। उनका स्वागत भाजपा नेता सुशांत बोरगोहेन और पल्लब लोचन दास ने किया।गुवाहाटी हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए, श्री शिंदे ने दावा किया कि उनके पास शिवसेना के 40 विधायकों और छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन है तथा वे बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा,“हमने बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को नहीं छोड़ा है और न ही छोड़ेंगे।”असम के लिए रवाना होने से पहले, एकनाथ शिंदे और पार्टी के अन्य विधायक गुजरात के सूरत होटल में डेरा डाले हुए थे – एक और भाजपा शासित राज्य। उन्हें गुवाहाटी में स्थानांतरित करने का कदम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ टेलीफोन पर बातचीत के तुरंत बाद आया।

महाराष्ट्र में संकट सोमवार के विधान परिषद चुनावों में संदिग्ध क्रॉस-वोटिंग के बाद सामने आया, जिसमें भाजपा ने 10 में से पांच सीटें जीतीं। बताया जाता है कि शिवसेना की बगावत ने भाजपा को यह उपलब्धि हासिल करने में मदद की।श्री शिंदे मंगलवार को भाजपा शासित राज्य गुजरात के सूरत में थे। सूरत से वह अन्य बागी विधायकों के साथ आज सुबह गुवाहाटी पहुंचे।गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सदस्यों की संख्या इस समय 169 है जिसमें शिवसेना के 56, राकांपा के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक शामिल हैं। अगर शिवसेना के 35 विधायक अलग हो जाते हैं तो इस गठबंधन के सदस्यों की संख्या घटकर 134 रह जायेगी जबकि 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सदस्यों की जरूरत होगी। इस समय रिक्तियों आदि के कारण हालांकि बहुमत के लिए 143 सदस्यों का समर्थन ही आवश्यक होगा।(वार्ता)

शिव सेना ने अपने विधायकों को के लिए व्हिप जारी किया

महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शिव सेना ने आज शाम पांच बजे विधायकों की बैठक बुलायी है और सभी विधायकों को शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया है।इस बीच कांग्रेस के नेता कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार के लिए अपना समर्थनजारी रखेगी।शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आज कहा कि उनके साथ शिव सेना के 46 विधायक हैं और 6-7 निर्दलीय विधायक भी साथ मे हैं।श्री शिंदे ने कहा,“ हम स्वर्गीय बाल ठाकरे के सच्चे शिव सैनिक हैं और हम हिंदुत्व की उनकी अवधारणा के साथ आगे बढ़ेंगे।हमने बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को नहीं छोड़ा है और न ही छोड़ेंगे।”

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