रोजगार के सपनों को रियलिटी में बदलेगा रीयल एस्टेट सेक्टर
यूपी में रीयल एस्टेट सेक्टर के तहत हो रहा 50 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट, व्यापक पैमाने पर प्रदेश में युवाओं को मिलेंगी नौकरियां.गौतमबुद्धनगर में एम3एम इंडिया प्रा. लि. ने 7500 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारा, 1400 से अधिक रोजगार होंगे सृजित .अयोध्या धाम में अभिनंदन लोढ़ा हाउस कर रहा 3 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश,100 से ज्यादा लोगों को मिलेगा सेवायोजन का अवसर.
लखनऊ। रीयल एस्टेट सेक्टर उत्तर प्रदेश में युवाओं के रोजगार के सपने को रियलिटी (हकीकत) में बदलने जा रहा है। योगी सरकार की मंशा के अनुरूप रीयल एस्टेट सेक्टर के तहत न सिर्फ प्रदेश में नई गगनचुंबी इमारतें विकास की नई इबारत लिखेंगी तो वहीं रोजगार तलाश रहे युवाओं के सपनों का भी साकार करेंगी। हाल ही में संपन्न ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के माध्यम से रीयल एस्टेट सेक्टर में देश और दुनिया के कई बड़े लीडर्स ने प्रदेश में अपने प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतारने की शुरुआत कर दी है। इस सेक्टर में 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो चुकी है। इन प्रोजेक्ट्स के जरिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में युवाओं को व्यापक पैमाने पर सेवायोजन का लाभ मिलेगा। सर्वाधिक 14 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर तो अकेले रीयल एस्टेट कंपनी एम3एम ही अपने प्रोजेक्ट के जरिए देने जा रही है।
युवाओं को आकर्षित करेगा रीयल एस्टेट सेक्टर
एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने पश्चिमांचल (गौतम बुद्ध नगर) में रेजिडेंशियल, कॉमर्शियल, ऑफिशियल, रिटेल और सर्विस अपार्टमेंट विकसित करने के लिए 7500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इस निवेश का उद्देश्य गौतमबुद्धनगर में रीयल एस्टेट सेक्टर को और अधिक बढ़ावा देना है, बल्कि वृहद पैमाने पर रोजगार सृजित करना भी है। माना जा रहा है कि इस निवेश के माध्यम से 14,000 से अधिक नौकरियां सृजित होंगी जो यूपी को रोजगार के बड़े केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए योगी सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। इसके अलावा, अभिनंदन लोढ़ा हाउस ने मध्यांचल (अयोध्या) में 3000 करोड़ रुपए के एक लग्जरी रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसमें 100 से अधिक नौकरियों के अवसरों का वादा किया गया है।
ये बड़े प्रोजेक्ट्स भी लगाएंगे रोजगार का अंबार
इसके अलावा पूरे प्रदेश में कई बड़े रीयल एस्टेट सेक्टर के लीडर भी निवेश कर रहे हैं। इनमें प्रतीक रिटेलर्स इंडिया प्रा. लि., वंडर सीमेंट लि., शिप्रा एस्टेट लि. ओमेक्स लि., यूरेका बिल्डर्स प्रा. लि., रिशिता डेवलपर्स प्रा. लि., गैलेंट लाइफस्पेस डेवलपर्स प्रा. लि., एएनएस डेवलपर्स प्रा. लि., एसजी एस्टेट प्रा. लि., ओरो इंफ्रा डेवलपर्स एलएलपी, गाई लारोचे, सैनफ्रान डेवलपर्स प्रा. लि., जैनको डेवलपर्स प्रा. लि., एपेक्स ग्रुप, बीबीडी ग्रुप विराज कंस्ट्रक्शंस प्रा. लि., गजाधर टेक्नोसिस एलएलपी, अमरावती होम्स प्रा. लि., नीलांशु बिल्डकॉम प्रा. लि. और सफायर्स इंफ्रावेंचर्स एलएलपी शामिल हैं। इनके प्रोजेक्ट्स से प्रदेश में रीयल एस्टेट सेक्टर में व्यापक पैमाने पर रोजगार सृजित होगा। साथ ही सेक्टर में बड़ा बूम भी आएगा।
लॉजिस्टिक सेक्टर में भी रोजगार के मिलेंगे अवसर
रीयल एस्टेट के साथ ही प्रदेश में लॉजिस्टिक सेक्टर भी रोजगार की संभावनाओं को बूस्ट-अप देगा। कई दिग्गज कंपनियों ने प्रदेश में लॉजिस्टिक के क्षेत्र में निवेश के लिए प्रदेश सरकार के साथ एमओयू किए थे, लेकिन जीबीसी 4.0 के माध्यम से जो सबसे बड़ा निवेश लॉजिस्टिक सेक्टर में होने जा रहा है वो शराफ ग्रुप का है। शराफ ग्रुप ने मुरादाबाद जिले में लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की शुरुआत की है। यह परियोजना 1250 करोड़ रुपए की राशि से अधिक की है। इसके माध्यम से प्रदेश में 1250 से अधिकर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में बढ़ते औद्योगिक निवेश के मद्देनजर भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स नीति को मंजूरी प्रदान की है। इस नीति के तहत लॉजिस्टिक पार्क्स के लिए फास्ट ट्रैक भूमि आवंटन, लॉजिस्टिक्स परिक्षेत्रों के विकास के साथ ही प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।