- गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने की तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य से मुलाकात
- सीएम ने जाना हालचाल, अंगवस्त्र ओढ़ाकर श्रीरामभद्राचार्य को किया सम्मानित
अयोध्या । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य से भी मुलाकात की। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्रीरामभद्राचार्य के 75वें जन्मदिवस पर अयोध्या के काशीराम कॉलोनी के पास अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया है। यह आयोजन 14 जनवरी से शुरू हुआ है, जो 22 जनवरी तक निरंतर चलेगा। आयोजन के छठवें दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां पहुंचे। आयोजन स्थल पर चल रही 1008 कुंडीय हनुमन महायज्ञ में शामिल हुए। योगी आदित्यनाथ ने आहुति देकर सुखी स्वस्थ व समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना की।
जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य का जाना हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले जगदगुरु श्रीरामभद्राचार्य के पास पहुंचे। अंगवस्त्र ओढ़ाकर उनका सम्मान किया। यहां सीएम ने श्रीरामभद्राचार्य का हालचाल भी जाना। आयोजन स्थल पर सीएम को देख उपस्थित श्रद्धालुओं व आगंतुकों ने अपने मोबाइल में फोटो व वीडियो बनाया। सभी सीएम की एक झलक पाने को बेताब दिखे। मुख्यमंत्री ने भी लोगों का अभिवादन किया।
सीएम योगी ने प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दर्शन-पूजन के उपरांत राम मंदिर भी पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद शुक्रवार को पूजन में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने यहां दिव्य-भव्य मंदिर का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। यहां विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश से व्यवस्था से जुड़ी जानकारी ली। फिर विहिप, ट्रस्ट के साथ ही स्थानीय प्रशासन-पुलिस के अफसरों को चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था रखने का निर्देश दिया।
सीएम योगी का किया गया भव्य स्वागत
अमृत महोत्सव पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी भव्य स्वागत किया गया। यहां विटेंज कार में बैठकर सीएम योगी आदित्यनाथ कथा स्थल के अंदर पहुंचे। इस दौरान श्रीरामभद्राचार्य जी के उत्तराधिकारी रामचंद्र दास, प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्यप्रताप शाही, जयवीर सिंह, विधायक डॉ. अमित सिंह चौहान आदि अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
रामोत्सव 2024:काशी के शिल्पकार ने सोने, चांदी और हीरे से बनाई श्रीराम मंदिर की अनुकृति