अयोध्या : अस्सी के दशक में घर घर में आस्था की सुगंध फैलाने वाले रामानंद सागर निर्देशित टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले बालीवुड अभिनेता अरुण गोविल ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे दिव्य और भव्य राम का मंदिर पूरे विश्व के लिये एक प्रेरणास्रोत बनेगा।अरुण गोविल ने आज लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी और माता सीता की भूमिका निभाने वाली दीपिका चिखलिया के साथ प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर और श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन-पूजन किया।
बाद में एक होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे रामलला का दिव्य और भव्य राम मंदिर पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा। पूरे विश्व में सनातन संस्कृति पिछले कुछ वर्षों में धूमिल हो गयी थी, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से फिर से एक संदेश जागेगा जो हमारी संस्कृति की विरासत है वह पूरे विश्व को पता लगेगी। यह मंदिर प्रेरणास्रोत होगा। हमारी आस्था का केन्द्र तो है ही यह हमारा गौरव और हमारी पहचान बनायेगी।उन्होंने कहा “ राम के आदर्शों को सभी को अपनाना चाहिए। अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, इसका विश्वास तो था लेकिन भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा इस तरह से भव्य होगी यह अंदाजा नहीं था। यह मेरे अपने जीवन की सबसे बड़ी घटना है। इतना भाव है इतनी ऊर्जा होगी कि पूरा देश राममय हो जायेगा। जहां-जहां भगवान राम को मानने वाले हैं वहां खुशी का माहौल है, इसकी कल्पना नहीं थी इसलिए जो इसकी अनुभूति है वह बहुत ही सुखद है। हम ऐसे पल के साक्षी बनने जा रहे हैं जिसके विषय में हमने कभी सोचा नहीं था।
”गोविल ने कहा कि हर चीज का अपना एक समय होता है। कर्म करते हैं, धर्म करते हैं और हर चीज का समय आ जाता है। दिव्य और भव्य राम मंदिर जिसका भी निर्माण चल रहा है देख करके मन प्रसन्न हो गया।उन्होंने कहा कि आगामी 22 तारीख को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि भगवान राम की नगरी इतनी भव्य और दिव्य बन जायेगा। पूरी अयोध्या बदल गयी है। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद बड़ा परिवर्तन आयेगा जो हम और आप स्वयं देखेंगे।अभिनेता ने कहा कि रामायण में राम का किरदार तो हमने निभा लिया ऊपर वाले की मर्जी और आशीर्वाद था जो आप लोगों ने बहुत पसंद किया है। राम एक मर्यादा पुरुष थे। हमको सीख लेनी चाहिए।लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण में भगवान राम का प्राण प्रतिष्ठा हो रहा है, जिसमें हम शामिल हो रहे हैं। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि जो कुछ मैं नहीं जानता था, उसको भी जानने का मौका मिल रहा है। देश में जो माहौल बना है वह बहुत ही धार्मिक और सकारात्मक है। रामायण हमें सिखाती है कि मर्यादा में कैसे रहना है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि जब तक कोई रामायण पढ़ेगा नहीं तब तक भगवान के बारे में जानकारी नहीं होगी। भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। रामायण हमको सिखाती है कि मर्यादा में रहना चाहिए। यह शिक्षा उनको नहीं मालूम जो राम को नकारते हैं।दीपिका चिखलिया ने कहा कि जो हमारी छवि लोगों के दिलों में बस चुकी है वह राम मंदिर के निर्माण के बाद भी नहीं लगता कि कोई परिवर्तन होगा। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी या कहें कि जन्मभूमि में आये हैं। मुझे बड़ी शांति मिली और दिल से प्रसन्नता हुई कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में हम लोग भाग लेंगे। देश के लोगों ने बहुत प्यार दिया। ऐसा ही प्यार रामायण के पात्रों को मिलता रहेगा यह मेरा सोचना है।उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम जहां गुप्त हुए थे, गुप्तार घाट, प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर, स्वर कोकिला एवं भारत रत्न लता मंगेशकर चौक सहित तमाम ऐसी जगहों पर जा करके एलबम की शूटिंग किया। (वार्ता)
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