गुवाहाटी । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका असम दौरा करना पिकनिक से ज्यादा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, `अभी राहुल बाबा असम के दौरे पर आए, उनके लिए असम का दौरा पिकनिक से ज़्यादा कुछ नही। वो जब श्रमिकों की बात करते हैं तो मुझे बहुत हंसी आती है। 4-4 पीढ़ी तक जिन्होंने शासन किया हो, लेकिन चाय बागान के श्रमिकों के लिए कुछ न किया हो, वो भला कैसे कुछ कर सकते हैं।`
अमित शाह ने असम के उदलगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एआईयूडीएफ से गठबंधन को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, `असम अब विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। मगर बदरुद्दीन जैसे लोग जो शांति नहीं चाहते हैं, घुसपैठ कराना चाहते हैं, अतिक्रमण करना चाहते हैं, उन्हें रोकने का काम कांग्रेस पार्टी नहीं कर सकती।` बदरुद्दीन अजमल एआईयूडीएफ के प्रमुख हैं।
इससे पहले असम के जोनाई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि पांच साल पहले जब कांग्रेस राज्य की सत्ता में थी, तब आंदोलन, हिंसा, बम विस्फोट, लोगों की मौत होना और कर्फ्यू लगना आम बात थी। शाह ने कहा, “आतंकवाद का नंगा नाच चारों ओर चल रहा था।“ उन्होंने कहा, “(कांग्रेस नेता) राहुल गांधी असम की `अस्मिता` की रक्षा की बात करते हैं, लेकिन आज मैं उनसे सार्वजनिक रूप से पूछना चाहता हूं कि क्या कांग्रेस एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल को अपनी गोदी में बैठाकर यह कर पाएगी?“
शाह ने कहा कि यदि अजमल सत्ता में आ गए, तो क्या “असम घुसपैठियों से सुरक्षित रह पाएगा? क्या लोग चाहते हैं कि राज्य में और घुसपैठिए आ जाएं?“ उन्होंने कांग्रेस पर `फूट डालो और राज करो` की नीति अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा की नीति `सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास` है।
गौरतलब है कि असम में तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल–को मतदान होना है, जबकि वोटों की गिनती दो मई को होगी। पहले चरण में 47, दूसरे चरण में 39 और तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।