…बड़े भाई ने मोबाइल देखने से मना किया तो छात्र ने फांसी पर लटक कर दे दी जान
वाराणसी। पढ़ाई की उम्र में अक्सर मां बाप बच्चों को मोबाइल से दूर रहने की हिदायत देते हैं। विदेशों में इसका दुष्परिणाम देखा गया तो अब भारत में विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखना ही बेहतर होगा। बता दें कि आजकल कम उम्र में ही बच्चे मोबाइल पर इतने आसक्त हो जाते हैं कि वह किसी नशे से कम नहीं होता । अक्सर मोबाइल के नशे का अब दुष्परिणाम भी सामने आने लगा है। जानकारी के अनुसार मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के शिवदासपुर के सिंधोरिया कॉलोनी में बुधवार की शाम सातवीं के छात्र को परिजन ने मोबाइल देखने से मना किया तो वह उसे इतना नागवार लगा कि छात्र ने फांसी लगाकर जान ने दी। बताया गया कि छात्र अक्सर मोबाइल पर गेम खेलता था और इंटरनेट की दुनिया में खो जाता था। इससे आजिज आकर उसके बड़े भाई ने मोबाइल देखने से मना किया तो वह नाराज हो गया व खतरनाक कदम उठा लिया ।
पता चला कि कमलेश यादव का 14 वर्षीय पुत्र गोविन्दा यादव तीन भाइयों व एक बहन में दूसरे नंबर पर था। कमलेश यादव ट्राली चालक हैं और उनका दो मकान हैं। एक मकान में खाना बनता है, बाकी परिवार समीप के ही दूसरे मकान में रहता है। बुधवार की शाम एक महिला गली से गुजर रही थी, तभी उसकी निगाह खुली खिड़की से फंदे पर लटकते किशोर पर पड़ी। उसने परिजनों को सूचना दी। यह सुनते ही बड़ा भाई धर्मराज, किशन व बहन पूनम भागते हुए दूसरे मकान पर पहुंचे व पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पूरी घटना का पता चला। पूरा परिवार इस घटना से सन्न है। अब बड़ा भाई भी अपने को कोस रहा है कि आखिर उसने क्यों मना किया? घरवालों का कहना था कि मृत किशोर लंबे समय तक मोबाइल पर व्यस्त रहता था। मोबाइल का गेम पढ़ाई के लिए भी बाधक बन गया था। मोबाइल के चक्कर में छात्र की जान चले जाने से मोहल्ले वाले भी हतप्रभ है।