नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में लोगों से आग्रह किया कि वह पॉलिथीन बैग के प्रयोग को हतोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि इससे पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ के 93वें संस्करण में कहा कि देश में अब जूट, कपास, केला फाइबर और पारंपरिक बैग का इस्तेमाल बढ़ रहा है। यह पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम त्योहारों पर गैर-प्लास्टिक बैग्स के उपयोग को बढ़ावा दें और स्वच्छता के साथ-साथ अपने पर्यावरण के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें।
उन्होंने कहा कि त्योहारों के सीजन में पॉलीथिन बैग्स का बड़ी संख्या में इस्तेमाल होता है। यह त्योहारों से जुड़ी हमारी मूल भावना के खिलाफ है। त्योहारों और पर्वों का महत्व स्वच्छता को बढ़ावा देना है और पॉलिथीन से नुकसानदायक कचरा पैदा होता है। ऐसे में हमें स्थानीय स्तर पर बने हुए गैर-प्लास्टिक बैग्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
योग के बाद अब हाइपरटेंशन कंट्रोल इनीशिएटिव को मिली पहचान : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कहा कि योग के भौतिक और मानसिक लाभ हैं। योग भारत की एक पहल है। योग के बाद अब संयुक्त राष्ट्र ने भारत के एक और प्रयास इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनीशिएटिव कॉफी पहचाना है और सम्मानित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में योग से लाभान्वित एक दिव्यांग बिटिया अन्वी का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि अन्वी बचपन से ही डाउन सिंड्रोम से पीड़ित है और तीसरे महीने में ही उन्हें ओपन हार्ट सर्जरी से गुजरना पड़ा था। इन सब के बावजूद हार ना मानते हुए अन्वी ने अपनी प्रतिभा दिखाई और माता-पिता से प्राप्त हौसले की बदौलत योग सीखने लगी।
उन्होंने कहा कि मां के साथ योग सीखते-सीखते आज वह योग विशेषज्ञ हो चुकी है। अन्वी आज देशभर में प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेती है और मेडल प्राप्त करती है। योग ने अन्वी को नया जीवन दिया है। अन्वी ने योग को अपने जीवन में आत्मसात किया है।(हि.स.)।