- पीपीपी मॉडल पर बनने वाले 12 बस स्टेशनों का बुधवार को होगा तकनीकी मूल्यांकन
लखनऊ । यात्रियों को आधुनिक एवं सुविधाजनक यात्रा का लाभ देने के लिए योगी सरकार बस स्टेशनों का मेकओवर करने जा रही है। इसके तहत पहले चरण में 23 बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने की तैयारी है। इनमें से 11 को लेटर ऑफ इंटेंट जारी हो चुका है, जबकि शेष 12 बस स्टेशनों के लिए अब तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग को 26 बिड प्राप्त हुई हैं। 10 जुलाई, 2024 को तकनीकी जांच के लिए प्रमुख सचिव की अध्यक्षता मे पीपीबीइसी के समक्ष इन बिड्स को तकनीकी मूल्यांकन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्यवाही को संपन्न किया जाएगा।
बस स्टेशन पर मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशनों को निर्मित कराए जाने की प्रथम चरण की कार्रवाई में 23 बस स्टेशनों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 11 बस स्टेशनों के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी किए जा चुके है। परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के लोगों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एयरपोर्ट जैसी सुविधा वाला बस स्टेशन मिलेगा। इन अत्याधुनिक बस स्टेशनों पर शॉपिंग मॉल, पार्किंग, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, सेंसर युक्त शौचालय जैसी पैसेंजर फ्रेंडली सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों को गुड फीलिंग के साथ उनके सुखद, आरामदायक यात्रा के लिए निरंतर प्रयासरत है।
जिन बस स्टेशनों की बिड का तकनीकी मूल्यांकन होना है उसमें आगरा ईदगाह, आगरा ट्रांसपोर्ट नगर, बरेली, बुलंदशहर, गढ़ मुक्तेश्वर, गोरखपुर, कानपुर सेंट्रल, मथुरा ओल्ड, मीरजापुर, रसूलाबाद, साहिबाबाद और वाराणसी कैंट शामिल हैं।
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