प्रभु श्रीराम और निषादराज गुह्य की मित्रता बेमिसाल : जितेन्द्र
चैत्र शुक्ल पंचमी को मछुआ समाज ने मनाई श्रृंगवेरपुर के राजा गुह्य की जयंती.निषाद समाज ने दोहराई आरक्षण की मांग, कहा शीघ्र आरक्षण मुहैया कराए सरकार.
बरहज, देवरिया । मछुआरा समाज ने चैत्र शुक्ल पंचमी को बस स्टैंड स्थित विजय कटरा में श्रृंगवेरपुर के राजा निषादराज गुह्य की जयंती धूमधाम से मनाई । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा मछुआरा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सह संयोजक निषाद जितेन्द्र भारत ने कहा कि प्रभु श्री राम और निषादराज गुह्य की मित्रता अपने आप में बेमिसाल है, जो सामाजिक समरसता की एक अद्भुत मिसाल पेश करती हैं। जिस भाव से प्रभु श्रीराम ने निषाद राज के मित्रता की श्रेष्ठता अपने जीवन में सिद्ध की थी और निषादराज ने भी भगवान श्री राम के विषम परिस्थितियों में मित्रवत धर्म निभाया था। उसी तरह से प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी ने श्रृंगवेरपुर में 33 करोड़ की लागत से उनका भव्य स्मारक बनवाने की शुरुआत करके निषादों के प्रति अपने प्रेम को प्रदर्शित किया ।
जितेंद्र भारत ने कहा कि अब सरकार को भी चाहिए कि निषाद समाज के नैसर्गिक अधिकार आरक्षण को शीघ्र मुहैया कराये , ताकि काफी हद तक अतिपिछड़े और सुविधाओं से वंचित निषाद समाज को उनका हक अधिकार मिल सके । पूर्व क्षेत्रीय सह संयोजक चिंतामणि साहनी ने कहा कि प्रभु राम की नैया पार कराने वाला यह समाज हमेशा दूसरों के लिए जीता हैं। इसीलिए समाज में इनकी अलग पहचान बनी हुई हैं। अर्जुन जायसवाल व राममिलन सिंह ने कहा कि मित्रता निभाने की सीख जो हमें निषादराज से मिली वह आज भी अनुकरणीय हैं। आज भी यह समाज मित्रता के निर्वहन के लिए किसी हद तक जाता हुआ दिखाई पड़ता हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सूरज प्रसाद निषाद और संचालन नंदलाल निषाद ने किया । इस दौरान विजय निषाद, मुक्तिनाथ निषाद, जगदीश जायसवाल, महेंद्र शर्मा, धर्मचंद जायसवाल, अरविंद साहनी, दीपक निषाद, बृजमोहन साहनी आदि मौजूद रहें ।