बच्चे के जिंदा होने के लिए कब्र के निकट भजन गा रही महिलाएं
गया ।झाड़फूंक का अंधविश्वास आज भी ग्रामीणों में व्याप्त है। मंगलवार को एक मामले में तो कम से कम ऐसा ही हुआ। ताड़ के पेड़ से गिरने से हुई एक बच्चे की मौत के बाद उसके कब्र पर धार्मिक ग्रंथ रखकर इस उम्मीद में महिलाएं भजन गा रही हैं कि अगले तीन दिनों में बच्चा जिंदा हो जाएगा।इस दौरान भजन गा रही महिलाओं को देखने के लिए भी लोगों की भीड़ जमा हो गई है। हालांकि कब्र के निकट लोग नहीं जा रहे हैं। दूर से पूरे मामले को देख रहे हैं। इधर भजन गा रही कुछ महिलाओं का कहना है कि परमपिता परमेश्वर की कृपा से बच्चा जिंदा हो सकता है। उन्हें उम्मीद है कि मृत बच्चा तीन दिन में जिंदा हो जाएगा।
बीते रविवार की शाम गांव के बघार में ताड़ के पेड़ से फल तोड़ने के दौरान आमस प्रखंड के बभंडीह निवासी कौलेश्वर यादव के 12 वर्षीय पुत्र रंजन कुमार का संतुलन बिगड़ गया था। जिससे वह नीचे जमीन पर गिर पड़ा था। हादसे में उसकी मौत हो गई थी। हालांकि बच्चे के पेड़ से गिरने की सूचना मिलते ही परिजन उसे आनन फानन में अस्पताल ले गए। लेकिन चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मृत बच्चे को गांव के श्मशान घाट के निकट दफना दिया गया था। इस दौरान कुछ लोगों ने कहा कि तीन दिनों तक धार्मिक भजन गाने से मृत बच्चा जिंदा हो सकता है। इसके बाद से ही बच्चे के कब्र पर धार्मिक ग्रंथ रखकर महिलाएं भजन गा रही है।(हि.स.)