भारतीय राजनीति के कुशल हस्ताक्षर थे पासवान – सुरेन्द्र अग्रहरि
केन्द्रीय मन्त्री रामविलास पासवान के निधन पर डीसीएफ चेयरमैन ने जताया शोक

दुद्धी,सोनभद्र – लोकजनशक्ति पार्टी के संस्थापक व केन्द्रीय मन्त्री रामविलास पासवान के निधन पर भाजपा नेता डीसीएफ चेयरमैन सुरेन्द्र अग्रहरि ने शोक जताते हुए संवेदना प्रकट की है।उन्होंने कहा कि बिहार राज्य के खगड़िया के शहरबन्नी गाँव के साधारण परिवार में 5 जुलाई 1946 को पैदा हुए रामविलास पासवान जी ने छात्रसंघ के चुनाव से राजनीति में कदम रखा और 23 वर्ष की अवस्था में 1969 में पहली बार विधानसभा पहुंचे ।उसके बाद 1977 में लोकसभा के चुनाव में हाजीपुर से जीतकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया ,इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज हो गया । वर्ष 1989 के लोकसभा चुनाव में अपने ही रिकॉर्ड को उन्होंने तोड़ दिया ।इस तरह वे आठ बार लोकसभा के सदस्य रहे और मन्त्री भी बने।जे.पी.आंदोलन के मुख्य किरदार रहे रामविलास पासवान ने हमेशा गरीबो,दलितों व वंचितों के लिए संघर्ष किया।मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करवाने में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही हैं।चार दशक से बिहार की राजनीति में एक मजबूत स्तंभ के रूप में किरदार निभाने वाले पासवान भारतीय राजनीति के कुशल व बड़े हस्ताक्षर थे।दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में गुरुवार की शाम को निधन हो गया। जो भारतीय राजनीति की अपूरणीय क्षति है। श्री अग्रहरि ने उपभोक्ता मामले,खाद्य व रसद मन्त्री रामविलास पासवान के निधन पर गहरा दुःख जताते हुए ईश्वर से प्रार्थना किया कि उनकी आत्मा को शान्ति दें और परिवार को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें।