कुंभ महानगर : दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुंभ में महत्वपूर्ण मौनी अमावस्या के अमृत स्नान(शाही स्नान) पर्व पर दाेपहर 12 बजे तक चार करोड़ 24 लाख लाेग अमृत योग के दुर्लभ संयोग पर आस्था की डुबकी लगा चुके थे जिन्हे मिला कर अब तक महाकुंभ में 19 करोड़ 94 लाख श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बुधवार को माघ महीने का सबसे बड़ा स्नान पर्व मौनी अमावस्या है। स्नान का क्रम मध्यरात्रि से अनवरत जारी है। अभी तक 4.24 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। सुबह मौसम में नमी रही लेकिन बाद में धूप खिलने से स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के चेहरे खिल गए।
मुख्यमंत्री ने कहा- किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल न दें ध्यान
मौनी अमावस्या के पावन स्नान पर्व पर प्रयागराज सनातनियों का महासागर बन चुका है। संगम में पवित्र डुबकी की आस लिये महाकुम्भ नगर पहुंचे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रमुख संतों ने अपील जारी की है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।
संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें
सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।
आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें
बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
मोदी ने महाकुंभ में भगदड़ को लेकर योगी से की बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के उत्सव के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की।सूत्रों के अनुसार, श्री मोदी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने स्थिति से निपटने के लिए तत्काल सहायता करने का आश्वासन दिया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से बात की और राज्य सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।गौरतलब है कि मौनी अमावस्या के अवसर पर भारी भीड़ के कारण बुधवार तड़के करीब 02:00 बजे भगदड़ होने से कुछ तीर्थयात्री घायल हो गए। घायलों की सही संख्या की पुष्टि मेला प्रशासन या पुलिस की ओर से अभी तक नहीं की गई है।
महाकुंभ में जनसैलाब, प्रयागराज से लगने वाले जिलों की सीमा अस्थायी तौर पर सील
महाकुंभ में माघ मास के दूसरे सबसे बड़े “अमृत स्नान” पर्व मौनी अमावस्या पर संगम में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुये एहतियात के तौर पर प्रयागराज से सटे लगभग सभी जिलों की सीमाओं को अस्थायी तौर पर सील कर दिया गया है ताकि मेला क्षेत्र और नगर में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में प्रवश करने से रोकने को कहा गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने संगम तट पर मोर्चा संभाल लिया है। संगम तट पर केवल साधु-संतो को जाने की इजाजत है। श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए गंगा पर बने सभी पीपा पुलों को बंद कर दिया गया है। (वार्ता)
संगम तट पर भगदड़, कई हताहत,मुख्यमंत्री ने कहा- किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल न दें ध्यान