शिल्पियों व हस्तकला कारीगरों के अब बहुरेंगे दिन – मोदी

भारत की 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर की इकोनॉमी बनाने में उत्तर प्रदेश प्राणपण से प्रयास करेगा- मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ

 

विश्व पटल पर कारीगरों और बुनकरों को वैश्विक पहचान दिलाने में योगदान हेतु “काशी एक रूप अनेक” कार्यक्रम आयोजित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5000 करोड़ रुपये धनराशि का ऋण लाभार्थियों वितरित किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाशिवरात्रि पर्व की काशीवासियों को दी बधाई एवं शुभकामना

वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पं0 दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल, बड़ालालपुर में “काशी एक रूप अनेक” कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनके टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के उत्पाद देश विदेश और दुनिया के आनलाइन बाजार में पहुंचाने से देश को लाभ मिलेगा। बुनकर हस्तशिल्पियों को जो मशीन मिल रही है, जो लोन मिल रहा है, उनके जीवन को आसान करने के लिए जो सुविधा दी जा रही है वह सराहनीय है। जिनको सुविधा मिली है ऐसे लोगो को प्रधानमंत्री ने बधाई और शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा कि भारत की शक्ति रही है कि हर क्षेत्र और जिले में कोई विशेष कला और उत्पाद जुड़ा रहा है। सदियों से परंपरा रही है और कारोबारियों ने इसका प्रचार दुनिया में किया है। मसाले, शिल्प के भंडार भरा है। हर प्रोडक्ट की अपनी विशेषता और कहानी है। आदिवासी अंचलों में आर्टिस्टिक प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं। उद्योग हैं जो पीढी दर पीढी बढ रहे हैं और यह ओडीओपी की प्रेरणा हैं। भारत को पांच ट्रिलियन अर्थ व्यवस्था में यही सामर्थ्य है। संसाधन और कौशल की कमी नहीं रही है। व्यापक सोच से काम करने की जरूरत है। इसको दुनिया तक पहुंचने की जरूरत है। यूपी आइडी द्वारा दो वर्षों में तीस जिलों में 3500 से अधिक को डिजाइन में सहायता दी गई। सुधार के लिए 1000 कलाकारों को सुविधा दी गई। टूल किट देकर वर्कशॉप कराके यूपीआइडी ने हजारों कलाकारों को कारोबार में नयापन और बढाने में मदद की है। दुनिया में क्राफ्ट शिल्प में जो चल रहा है उसमें यूपी आइडी प्लेटफार्म बन रहा है। दोना-पत्तल वालों को मशीन दी गई है। उनका आत्मविश्वास देखते बन रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प खोजा जा रहा है। पूरी दुनिया के साथ इसे साझा किया जा सकता है। उन्होंने पुरातन परंपरा को 21 वीं सदी की आवश्यकताओं के हिसाब से ढालने और परिष्कृत करने की जरूरत बतायी। तभी संभव है जब परंपरा के साथ संस्थागत सपोर्ट चाहिए। बदलते समय और मांग के अनुसार इन उत्पादो में बदलाव करना होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पारंपरिक उद्योगों को मार्केट और तकनीक देने की जरूरत है। केन्द्र व राज्य सरकार यही प्रयास कर रही हैं। सोलर चरखा, लूम, चाक उदाहरण हैं। 2014 से पहले बनारस का सामान्य बुनकर और निर्यातक ऑनलाइन संवाद नहीं कर सकता था, क्योंकि मंच नहीं था। सरकारों के पास पैसा या समझ नहीं थी ऐसा नहीं है। हर व्यक्ति को सशक्त और स्वावलंबी बनाने की जरूरत है। पूरे देश में अनेक केंद्र बनाए गए हैं जहां सामान्य हस्तशिल्पी उत्पाद प्रदर्शित कर सकें। उत्तर प्रदेश में ओडीओपी में केंद्र को उत्तर प्रदेश विजन दे रही है।उन्होंने कहा कि आटोमोबाइल, डिफेंस के साथ ही इन सेक्टर में टेक्सटाइल की डिमांड बढी है। कल्पना कर सकते हैं कि भारत करोड़ों से अधिक का टेक्निकल टेक्सटाइल इंपोर्ट करते हैं। इस बजट में पालीमर पर टैक्स में छूट दी गई है।  हमेशा से मांग थी मगर सरकार ने अब पूरा कर दिया है। नेशनल टेक्निकल टेक्स्टाइल मिशन शुरू किया है। इस वर्ष के बजट में डिफेंस कारीडोर के लिए 3700 करोड़ का प्रावधान है। लखनऊ में डिफेंस कंपनियां आई थीं और समझौते हुए। इसका लाभ छोटे उद्योगों को मिलेगा लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। न्यू इंडिया की पहचान और सम्मान भी है। कोशिश की जा रही है कि सामान्य कारोबारी को कागजों से मुक्त किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि एमएसएमई के साथियों को शिकायत रहती है कि एक करोड़ टर्न ओवर पर कागजों में उलझना पड़ता था। अनावश्यक खर्च और समय की बर्बादी थी। अब बजट में मुक्ति मिली है। अब आडिट पांच करोड़ से अधिक वालों के लिए रखा गया है। विभागों में लंबी प्रक्रिया से छोटे लोगों को कैश की दिक्कत आई है। अब आपके सामान के बिल इन्वाइस के आधार पर लोन मिलेगा। सुविधा आसान करने के लिए मोबाइल आधारित लोन की तैयारी है। उन्होंने कहा कि सरकार अब एमएसएमई के लिए नई योजनाएं बना रही है। सरकारी खरीद से लॉजिस्टिक तक का लाभ छोटे कारोबारी को मिलेगा। जेम के बनने से सामान बेचने में छोटे उद्यमियों को लाभ मिलेगा। इस सिस्टम को आसान बनाने के लिए नई घोषणा की गई है। छोटे कारोबारियों को एक प्लेटफार्म से जोड़ा गया है। डिजिटल व्सवस्था से निर्यातकों को रिफंड की सुविधा मिलेगी। जीएसटी से लॉजिस्टिक में बदलाव हुआ है। देश में नेशनल लॉजिस्टिक की तैयारी की जा रही है। रोजगार में भी मदद मिलेगी। ऐसे उत्पादों का आयात कम होगा जिनका निर्माण भारत में हो रहा है। टैक्स को लेकर व्यापक लाभ देश के हर साथी को होगा। वेल्थ क्रिएटर को परेशानी न हो उसके लिए टैक्सपेयर चार्टर बनाया जा रहा है। इससे टैक्स पेयर के अधिकार तय होंगे। टैक्स कलेक्शन को फेसलेस किया जा रहा है। निर्माण के लिए टैक्स 15 फीसद किया गया है। दुनिया के उन कम देशों में है जहां कारपोरेट दरें कम हैं। क्लियरेंस की सुविधा ऑनलाइन होगी। तमाम कदम हर भारतीय के लिए निवेशक के लिए उद्यमी के हित में 5 ट्रिलियन के लिए जो कदम होंगे आगे उठाए जाएंगे। छोटे उद्यमियों के हित में फैसले लिए जाएंगे। भारत को निर्माण पावर हाउस बनाने के लिए मिलकर काम करने की प्रधानमंत्री ने जोरदार अपील की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि पारंपरिक उद्यम, कारीगरों एवं शिल्पीयों के आर्थिक स्वावलंबन हेतु प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 में एक जनपद एक उत्पाद का अभिनव प्रयास किया गया था। आज इसके उच्चस्तरीय अच्छे परिणाम आने लगे। इससे पूर्व सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग में हताशा रहा। 90 लाख सूक्ष्म एवं मध्यम इकाइयां आगे बढ़ रही हैं। निर्यात व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। प्लास्टिक प्रतिबंधित होने पर दोना पत्ता बनाने का सोलर, इलेक्ट्रिक व मैनुअल मशीन की व्यवस्था किया गया है। पारंपरिक उद्योगों को आर्थिक स्वावलंबन बनाया जा रहा है। 05 लाख नौजवानों ने एक जनपद एक उत्पाद में रोजगार पाया है और अपना उद्योग लगाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर की इकोनॉमी बनाने में उत्तर प्रदेश प्राणपण से प्रयास करेगा।
कार्यक्रम में वाराणसी सहित मुरादाबाद, सहारनपुर, कानपुर, लखनऊ, अलीगढ़, बुलंदशहर 16 जनपदों के उत्कृष्ट शिल्प, संस्कृति का प्रदर्शन किया। 8 विशिष्ट शिल्प गुलाबी मीनाकारी, सोलर चरखा, दोना पत्ता इत्यादि के लाइव डेमो प्रदर्शन किया गया।प्रधानमंत्री ने विकास आयुक्त हथकरघा भारत सरकार द्वारा स्थापित 09 सीएफसी के पुनर्जीवीकरन के लिए चेक वितरित किये। इसके अलावा वित्त पोषण योजनाओं के 3 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा चेक उपलब्ध कराया गया। जिसके साथ ही वित्त पोषण योजनाओ से संबंधित प्रदेश स्तर पर 5000 करोड़ रुपये धनराशि का ऋण लाभार्थियों वितरित किये। 16 जनपदों के एक जनपद एक उत्पाद एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान के प्रशिक्षण प्राप्त 5000 लाभार्थियों को टूलकिट वितरित किये। यह कार्यक्रम राज्य के सभी कारीगर बुनकर को एक सीधा बाजार प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 10,000 बुनकरों एवं कारीगरों ने सहभागिता किया। विश्व पटल पर कारीगरों और बुनकरों को वैश्विक पहचान दिलाने में योगदान होगा। जिससे उनके उत्पादों को सीधा बाजार मिल सकेगा। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के प्रसिद्ध ब्रांड/खरीदार भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में ऑनलाइन पोर्टल जैसे- अमेज़न, फ्लिकार्ट आदि के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हुए। जो की कारीगर के उत्पादों को ऑनलाइन बेचने में मदद करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाशिवरात्रि पर्व की काशीवासियों को दी बधाई एवं शुभकामना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में “काशी एक रूप अनेक” कार्यक्रम में संबोधन के दौरान काशीवासियों को महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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