कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते कोविड के संक्रमण के मद्देनजर सरकार की ओर से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसी के तहत इस बार स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस में ऑक्सीजन पैदा करने वाली तकनीक प्राइवेट इंडस्ट्री को सौंप दी गई है। जिससे देश के अस्पतालों में तेजी से ऑक्सीजन सप्लाई हो सकेगी। इस तकनीक से एक मिनट में 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने इस तरह के पांच प्लांट्स का ऑर्डर इंडस्ट्री को दिया है।
इसके साथ ही देश भर के सैन्य अस्पताल खोलने की तैयारी की जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बावत मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात भी की है। इसके अलावा देश भर में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए भी रक्षा संस्थान आगे आये हैं।
कोविड इलाज के लिए सैन्य अस्पताल खोलने पर विचार
देश में कोरोना से लड़ने के लिए अब सेना और रक्षा संस्थान भी युद्धस्तर पर जुट गए हैं। केंद्र सरकार अब देश भर के सैन्य अस्पताल आम जनता के लिए खोलने पर विचार कर रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात करके सेना से आम लोगों के लिए सैन्य अस्पताल खोलने के लिए कहा है। सेना प्रमुख से बातचीत के दौरान रक्षा सचिव अजय कुमार भी रक्षा मंत्री के साथ मौजूद रहे। एक-दो दिन में फैसला होने के बाद देश के सैन्य अस्पतालों में आम नागरिक का इलाज शुरू हो सकेगा। इसके अलावा छावनी क्षेत्र के बाहर भी सेना चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी।
देश के इन शहरों में डीआरडीओ बनाएगा अस्पताल
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बड़ी बैठक की जिसमें सैन्य बलों के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना के तीनों प्रमुख, रक्षा मंत्रालय के सभी सचिव, डीआरडीओ प्रमुख, ऑर्डेनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) और डिफेंस पीएसयू के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि दिल्ली और लखनऊ के अलावा अहमदाबाद, पटना और वाराणसी में भी आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस (एएफएमएस) की मदद से डीआरडीओ कोविड अस्पताल स्थापित करेगी। लखनऊ में 450 बेड का अस्पताल होगा, जबकि वाराणसी में 750 और अहमदाबाद में 900 बेड का हॉस्पिटल होगा। पटना में भी 500 बेड का अस्पताल शुरू कर दिया गया है। सैन्य अस्पतालों में अभी भी कुछ बेड हैं जो इस मेगा संकट की स्थिति में आम नागरिकों की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
देश के 63 छावनी बोर्डों कोविड के लिए तैनात नोडल अधिकारियों के संपर्क में रहें
रक्षा मंत्री ने कोरोना के साथ जंग लड़ रही राज्य सरकारों को हर संभव मदद करने के लिए सशस्त्र सेनाओं और सभी रक्षा संस्थानों को आदेश दिया है। देश के सभी 63 छावनी बोर्डों से कहा गया है कि उनके द्वारा चलाए जा रहे अस्पतालों में छावनी निवासियों और बाहर से आने वाले लोगों को इलाज के लिए जिला अधिकारियों या कोविड के लिए तैनात नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करें।