लखनऊ । केन्द्रीय वित्त और कॉर्पाेरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण 3-4 दिसम्बर को ‘काशी तमिल संगमम’ में हिस्सा लेने के लिए वाराणसी के दो दिवसीय प्रवास पर रहेंगी।वित्त मंत्री 03 दिसम्बर को शहर में तमिल प्रभाव वाले प्रमुख स्थानों जैसे श्री विशालाक्षी मंदिर, श्री कुमारस्वामी मठ, काशी नट्टुकोट्टई नागरथर सथिराम, श्री चक्रलिंगेश्वर मठ और शिव मादाम का भ्रमण करेंगी।
श्रीमती सीतारमण हनुमान घाट और दशाश्वमेध घाट सहित शहर के कुछ महत्वपूर्ण घाटों का भी भ्रमण करेंगी। वह तीन दिसंबर 2022 की शाम को काशी विश्वनाथ मंदिर में होने वाली शंभो आरती में भी शामिल होंगी। निर्मला सीतारमण 04 दिसम्बर को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय इण्डियन नॉलेज सिस्टम पर आयोजित एक सेमिनार में भाग लेंगी और विश्वविद्यालय में एक अन्य कार्यक्रम में छात्रों के साथ संवाद भी करेंगी। बाद में वित्त मंत्री बीएचयू में काशी तमिल संगमम के तहत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी।
तमिलनाडु के चार लोग जिन्हाेंने राज्य के तेनकासी जिले के काशी विश्वनाथ मंदिर की 30 से अधिक वर्षों तक सेवा की, वे भी 3 और 4 दिसम्बर 2022 को वाराणसी में ‘काशी-तमिल संगमम’ में वित्त मंत्री के साथ जुड़ेंगे।देश की दो सबसे महत्वपूर्ण और ज्ञान की प्राचीन पीठों के बीच प्राचीन संबंधों को रेखांकित करने वाले और महीने भर तक चलने वाले- काशी तमिल संगमम कार्यक्रम का उद्देश्य तमिलनाडु और काशी के बीच सदियों पुराने संबंधों का उत्सव मनाना, उसकी पुनर्पुष्टि करना और उन्हें प्रगाढ़ करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर, 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को कायम रखने के लिए काशी तमिल संगमम का उद्घाटन किया था।(हि.स.)