अजीत मिश्र
पटना।इसे कूटनीतिक विफलता कही जाय या चाइना के तरफ उनका झुकाव,लगता है पड़ोसी मित्र देश नेपाल अब भारत के साथ सम्बन्धों में कड़वाहट घोल कर हीं मानेगा।आज पूर्वाह्न बाद बिहार बॉर्डर पर नेपाली सेना ने भारतीय सीमा पर खेतों में काम कर रहे किसानों पर अचानक से अन्धधुन्ध फायरिंग कर दी।फायरिंग में एक किसान की मौत हो गयी जबकि दो किसानों के गम्भीर रूप से घायल होने की खबर है।
घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है की ऐसा पहली बार हुआ है जब बिहार के सीतामढ़ी जिले में भारत-नेपाल सीमा के पास अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर अचानक नेपाली सेना द्वारा फायरिंग की गयी अचानक से फायरिंग की खबर मिलने पर भारतीय बार्डर का पूरा प्रशासनिक अमला सकते में आ गया।बताते हैं की घटना स्थानीय सोनबरसा थाना क्षेत्र के पिपरा परसाइन पंचायत अंतर्गत आने वाले लालबन्दी स्थित जानकी नगर बॉडर की है।जहां आज खेत में काम करने गए किसानों पर अचानक नेपाल पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।बताया जाता है कि गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल बताये जा रहे है।घायलों को इलाज के तत्काल शहर के भेंजा गया है।अचानक हुई घटना से सन्न रह गए स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि एक भारतीय नागरिक को नेपाली सेना ने अपने कब्जे में भी ले रखा है।जानकारी के अनुसार नेपाली सेना के गोलीबारी में जानकी नगर टोले के निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र की मौत हो गई है। जबकि बिनोद राम के पुत्र उमेश राम के दाहिना बांह में गोली लगी है। जबकि सहोरबा निवासी बिंदेश्वर ठाकुर के पुत्र उदय ठाकुर को दाएं जांघ में गोली लगी है। दोनों जख्मियों को इलाज के लिए सीतामढ़ी रेफर किया गया।
वहीं आरोप है कि वशिष्ठ राय के पुत्र लगन राय को नेपाली पुलिस अपने कब्जे में ले रखा है।उन्हें गोली लगने की पुष्टि नहीं हो पायी है।घटना के बाद से बॉर्डर पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवान और स्थानीय पुलिस डटी हुई है।