लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया और केंद्र सरकार को इन कानूनों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी।
मायावती ने ट्वीट किया कि देश भर के किसान बहुत गुस्से में हैं और केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में कृषि से जुड़े तीन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, `केंद्र सरकार किसानों की सहमति के बिना बनाए गए इन कानूनों पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा।` बसपा के अलावा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस सहित कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए पत्रकारों से कहा, `किसी ने भी किसानों पर इस तरह की लाठी नहीं चलाई और किसी भी सरकार ने ऐसा आतंकवादी हमला नहीं किया, जैसा कि भाजपा सरकार में किया जाता है।` ये वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से कहा था कि वे सत्ता में आने पर न केवल अपने कर्जों को माफ करेंगे, बल्कि उपज की कीमत देंगे और आय दोगुनी करेंगे, लेकिन जब से भाजपा सरकार आई है, ज्यादातर गरीब और किसान बर्बाद हो गए हैं ।