कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जलपाईगुड़ी में अपनी सभा के दौरान उन्होंने उत्तर बंगाल के तूफान प्रभावित जिले को राहत देने के लिए एक भी शब्द नहीं कहा।सुश्री बनर्जी ,जो सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष भी हैं, ने यहां एक बयान में कहा, “ प्रधानमंत्री ने जलपाईगुड़ी में एक सभा की,मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, वह जहां चाहें सभा कर सकते हैं। लेकिन आपने जलपाईगुड़ी के उन लोगों के लिए जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया या जिनके घर भीषण तूफान में क्षतिग्रस्त हो गए , को किसी तरह की राहत प्रदान करने के लिए एक भी शब्द नहीं कहा।
”उन्होंने कहा “प्रधानमंत्री कल जलपाईगुड़ी में थे,मैं उनकी कुर्सी का सम्मान करती हूं लेकिन क्या एक प्रधानमंत्री को ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना शोभा देता है कि ‘ चार जून के बाद, सबको चुन चुन के जेल में भरूंगा ?”मुख्यमंत्री ने कहा, “ वास्तव में आपने देश और लोकतंत्र को जेल में बदल दिया है। आपकी एक जेब में ईडी-सीबीआई है जबकि दूसरी जेब में एनआईए और आयकर है। वे (केंद्रीय एजेंसियां) आपके भाई हैं जो आपके लिए पैसे की व्यवस्था करते हैं और बाद में आप हमकों धमकी देते हैं ,हम डरे हुए नहीं हैं।’सुश्री बनर्जी ने यह भी सवाल किया, “आपने एक आदिवासी नेता/ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को क्यों गिरफ्तार किया। आपने अरविंद केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार किया? फिर भी वह जेल से काम कर रहे हैं?
”राष्ट्रीय जांच एजेन्सी को जिक्र करते हुये सुश्री बनर्जी ने कहा, “आप क्षेत्र की महिलाओं को परेशान करने के लिए आधी रात को एजेंसियां भेजते हैं और बाद में दावा करते हैं कि उन महिलाओं ने (एनआईए) कर्मियों पर हमला किया। कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है।”“आप स्थानीय पुलिस को सूचित नहीं करते हैं और सुबह तीन बजे महिलाओं पर हमला करते हैं और बाद में सुबह 5 बजे स्थानीय पुलिस को सूचित करते हैं। ये चीजें काम नहीं कर सकतीं। इस तरह की हरकतें और भाषण आपकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बढ़ावा देने के लिए आज़माएं, ये उन पर ऑक्सीजन के रूप में काम कर सकती हैं। लेकिन लोकतंत्र और देश के लिए ये चीजें कार्बन-डाइऑक्साइड की तरह काम करती हैं।
”राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में शनिवार को हुई तलाशी और गिरफ्तारी के दौरान महिलाओं पर हमला किया गया।एनआईए ने एक बयान में अपने ऊपर लगे गैरकानूनी कार्यों के आरोपों का खंडन किया और पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया।एनआईए ने यह स्पष्ट कर दिया कि देसी बमों के निर्माण से संबंधित जघन्य अपराध की चल रही जांच के हिस्से के रूप में उसकी कार्रवाई प्रामाणिक, वैध और कानूनी रूप से अनिवार्य थी। पूर्वी मेदिनीपुर के भूपतिनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत नरूआबिला गांव में हुये एक विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गयी थी। (वार्ता)