नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोप पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि चुनाव जीतने के लिए जनता से ‘असंभव वादे’ करना आम लोगों के साथ ‘भयानक धोखा’ है।श्री मोदी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा,“कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है। अभियान दर अभियान वे लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गये हैं।
”उन्होंने कहा,“किसी भी राज्य को देख लें जहाँ आज कांग्रेस की सरकारें हैं – हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना। इन राज्यों में विकास गतिविधियां और सरकारी कोष की हालत बद से बदतर होती जा रही है। उनकी तथाकथित गारंटी अधूरी पड़ी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं होते हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभ से वंचित किया जाता है, बल्कि उनके लिए पहले से चलायी जा रहीं योजनाएं भी कमजोर पड़ जाती हैं।”
झूठी गारंटियाें के लिए देश से माफी मांगों खरगे, राहुल: रविशंकर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधा और चुनावी वादे वाले पाठ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पढ़ाने और देश से माफी मांगने की मांग की।श्री प्रसाद ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “श्री खरगे को इस उम्र में जो ज्ञान आया है, हम उसका स्वागत करते हैं, लेकिन यह ज्ञान उनका थोड़ा पहले आ जाना चाहिए था। अच्छी बात ये है कि भले ही देर से आया, लेकिन आखिरकार ये ज्ञान उनको आया, तो जरूर कि झूठी गारंटियों के कारण कर्नाटक सहित सभी कांग्रेस शासित राज्य आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर हैं।
”गौरतलब है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा महिलाओं की फ्री बस सेवा वाली गारंटी पर पुनर्विचार करने की बात पर कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने नेताओं को नसीहत देते हुए कहा है कि घोषणा पत्र में उसी गारंटी की घोषणा कीजिए, जिसके लिए बजट हो या जिसके लिए वित्त प्रबंधन हो। हमें वो वादे करने चाहिए, जो पूरे किए जा सके। नहीं तो आने वाली पीढ़ी के पास बदनामी के अलावा कुछ नहीं बचेगा।उन्होंने श्री खरगे पर निशाना साधते हुए कहा, “खरगे जी, आपने जो स्वीकारोक्ति की है, इसका पहला पाठ श्री राहुल गाँधी को पढ़ाइये कि उतना ही ही वादा करें जो बजट के अनुरूप हो, नहीं तो झूठी गारंटियां बांटना बंद करें।
”श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पांच झूठी गारंटियों की घोषणा की थी। इसमें एक भी गारंटी सही से जमीन पर उतरी नहीं है। इसके बावजूद हालत ये हो गई है कि कांग्रेस महिलाओं की फ्री बस सेवा देने वाली गारंटी को वापस लेने पर विचार कर रही है।उन्होंने कहा,“एक ओर कांग्रेस ऐसे वादे करती है जो पूरा करना तो दूर, चुनाव के बाद वादे से ही पलट जाती है और अपनी गारंटी वापस लेने लग जाती है, वहीं मोदी जी के नेतृत्व में जो भी गारंटी होती है, वह जमीन पर उतरती है और पूरी तरह से उतरती है। इसलिए जनता जानती है कि मोदी जी और भाजपा जो कहती है, करके दिखाती है। भाजपा ने किसान सम्मान निधि के तहत देश के11 करोड़ किसानों को हर साल छह-छह हजार रुपए देने का वादा किया, तो उस वादे को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जमीन पर उतारा और हर साल बिना किसी बिलंब के किसानों के खाते में पहुंचाया।
”भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह से इंडिया गठबंधन के नेता महाराष्ट्र और झारखंड में घोषणाओं के अम्बार लगा रहे हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि वे वहां भी जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। महाराष्ट्र एवं झारखंडकी जनता को भी यह समझना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नेखुद अपनी पार्टी द्वारा घोषणाओं को पूरा नहीं करने की बात कही है।कांग्रेस पार्टी कोई घोषणा करे तो जनता को पूछना चाहिए कि इस घोषणा का आधार क्या है? ये घोषणाएं पूरी होंगी या नहीं?इस घोषणा को पूरा करोगे या नहीं करोगे? नहीं तो उन घोषणाओं का भी वही हाल होगा, जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में हो रहा है। उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश, तेलंगना और कर्नाटक की जनता के आंखों में धूल झोंकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी और पार्टी नेता राहुल गांधी को जनता से माफी मांगनी चाहिए। हरियाणा चुनाव में राहुल गाँधी द्वारा जलेबी की मैनुफ्क्चरिंग की बात कही गयी कि फैक्टरी में जलेबी बनेगी। हरियाणा की जनता कांग्रेस की झूठी गारंटियों को समझ गयीऔर कांग्रेस को नकार दिया।
”श्री प्रसाद ने कहा कि कर्नाटक के विजयपुरा में किसानों की जमीन के रिकार्ड में रातोंरात वक्फ बोर्ड का नाम दर्ज कर दिया गया।तीन सप्ताह में किसानों के भूमि अभिलेख में किसानों के नाम काटकर वक्फ बोर्ड का नाम चढ़ा दिया गया। मीडिया को डॉक्यूमेंट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि जब किसानों को इस बात की जानकारी मिली तो किसानों ने इस मामले को उठाया और विरोध प्रदर्शन किया।श्री प्रसाद ने सवाल किया कि क्या राज्य सरकार का गजट (अधिसूचना) ऐसे ही बनता है? गजेट की त्रुटि की जानकारी कांग्रेस सरकार ने नहीं दी, बल्कि सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई। उस कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की चोरी पकड़ी गयी।यह सिर्फ विजयपुरा में नहीं हुआ है, बल्कि कर्नाटक के कई और इलाकों से भी ऐसी ही ख़बरें हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन सप्ताह में कर्नाटक में433 किसानों को नोटिस दिया गया कि जमीन के बारे में एक सप्ताह में जवाब दो। जब यह विवाद बढ़ने लगा तब कर्नाटक सरकार ने अपने गजट की त्रुटि के बारे में बताया और नोटिस को रद्द किया।भाजपा ने कहा कि कर्नाटक में हावेरी के एक गांव के हिंदुओं को डर सता रहा है कि उनके एक हिन्दू मंदिर को वक्फ की संपत्ति बना दिया जाएगा।देशमें वक्फ बोर्ड को लेकर जब नया कानून आ रहा है, तो उसके पहले जहां भी संभव है, वहां वक्फ बोर्ड जमीन पर कब्जा करने में लग गया है। भारतीय जनता पार्टी जमीन पर कब्जा करने की प्रवृत्ति की कड़ी भर्त्सना करती है।गरीब किसानों की संपत्ति को अगर वक्फ के नाम जबरन चढ़ाने की कोशिश की जाएगी तो भारतीय जनता पार्टी खुलकर उसका विरोध करेगी।कांग्रेस पार्टी अगर हिंदुओं के मंदिर और उसकी संपत्ति को वक्फ की संपत्ति बनाने का षडयंत्र रचेगी तो भारतीयजनतापार्टीउसका खुलकर विरोध करेगी। कांग्रेस पार्टी वोटबैंक के नाम पर कुछ भी कर सकती है।(वार्ता)