सिंधिया-कल्याण बनर्जी में तीखी तकरार, लोकसभा की कार्यवाही रुकी
नयी दिल्ली : लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी द्वारा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ व्यक्तिगत एवं आपत्तिजनक टिप्पणियां किये जाने के बाद दोनों के बीच तीखी तकरार हो गयी जिससे सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। बाद में श्री बनर्जी ने अपने व्यवहार के लिए माफी भी मांगी।
सदन में आपदा प्रबंधन विधेयक पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के श्री बनर्जी ने कहा कि कोविड के समय पश्चिम बंगाल में केन्द्र सरकार ने कुछ नहीं किया और हमारी सरकार ने ही सब किया। इस पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि शायद श्री बनर्जी कोविड काल में सो रहे थे। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने वैक्सीन के परिवहन के लिए गाड़ियों को जाने की अनुमति देने में आनाकानी होती थी। पश्चिम बंगाल की सरकार को लोगों की जान की कोई परवाह नहीं थी।लेकिन श्री बनर्जी ने लगातार ऊंची आवाज़ में आरोप लगाना जारी रखा तो संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री सिंधिया ने कहा, “सदन के पटल पर गंभीर लोकतांत्रिक प्रणाली के मंदिर में आवाज़ उठा कर आवाज़ सुनाने की कोशिश करना और झूठ को सच बताने से झूठ सच नहीं हो जाएगा। केवल भारत नहीं विश्व भर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने 200 करोड़ वैक्सीन पहुंचायीं। इनकी सरकार ने क्या भट्टा बैठाया था, ये दुनिया जानती है।
”पीठासीन अधिकारी ए राजा ने श्री बनर्जी ने बार बार अनुरोध किया कि वह केवल विधेयक पर बोलें। इस पर श्री बनर्जी ने कहा कि दो दो मंत्री बोल चुके हैं तो उन्हें भी जवाब देना है। उनके पास ‘पावर’ है तो क्या वे हमारी आवाज़ दबा देंगे।इस पर श्री सिंधिया ने टिप्पणी की कि किसके चेहरे पर खलबली है और किसके चेहरे पर मुस्कान है, ये सब देख रहे हैं। श्री सिंधिया की इस टिप्पणी से श्री बनर्जी आपा खो बैठे और बोलने लगे, “आप सुंदर दिखते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप सुंदर आदमी हैं। आप विलेन हैं। आप सिंधिया फैमिली से आते हैं तो हमको दबाएंगे क्या।”इसबीच अध्यक्ष ओम बिरला आसन पर आ गये। तृणमूल सांसद के बयान से क्षुब्ध श्री सिंधिया ने कहा, “इन्होंने (श्री बनर्जी) ने व्यक्तिगत टिप्पणी की है। इसका जवाब देना मेरा हक है। महोदय मेरा नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया है और मैं प्रजातांत्रिक प्रणाली का नागरिक हूं। मैं यहां इस सदन में जनता के आशीर्वाद से और अपनी मेहनत से आया हूं। कोई मेरे परिवार पर कलंक लगाये, इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। इस तरह की बेफिज़ूल की बात कोई सुनने को तैयार नहीं होगा।
”श्री बिरला ने श्री बनर्जी को संबोधित करते हुए कहा कि सदन में एक महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा हो रही है। वह केवल विधेयक पर फोकस करें लेकिन श्री बनर्जी फिर से गुस्से में बोलने लगे कि श्री सिंधिया ने उन पर पहले हमला किया था कि उनके चेहरे पर खलबली की बात कही है। तो क्या बहुत सुंदर है। बड़े परिवार के हैं। श्री बनर्जी ने उन्हें “लेडी किलर” तक कह डाला हालांकि अध्यक्ष ने उसे तुरंत कार्यवाही से बाहर निकाल दिया। श्री बनर्जी आपे से बाहर होकर श्री सिंधिया के विरुद्ध बहुत कुछ बोलते रहे।श्री सिंधिया ने अध्यक्ष से कहा कि सदन की गरिमा की खिलाफ कोई बोलेगा तो उसे हम भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य भी खड़े होकर विरोध करने लगे। इसके बाद अध्यक्ष श्री बिरला ने कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।चार बज कर 40 मिनट पर जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई।
पीठासीन अधिकारी ए राजा की अनुमति से श्री बनर्जी ने कहा कि उन्होंने आवेश में आकर व्यक्तिगत टिप्पणी की है। इसके लिए वह खेद व्यक्त करते हैं। उन्हें श्री सिंधिया या अन्य किसी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। वह पुन: खेद प्रकट करते हैं।आसन की अनुमति से श्री बनर्जी ने विधेयक पर बोलना शुरू किया तो श्री सिंधिया ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब यहां इस सदन में लोकतांत्रिक भावना से जनसेवा के लिए आते हैं। इसके साथ ही हम सब अपने स्वाभिमान की भावना को भी रखते हैं। श्री बनर्जी ने अपने वक्तव्य के लिए माफी मांगी है। लेकिन वह अपनी ओर से और ‘भारत की महिलाओं की ओर’ से भी श्री बनर्जी को कभी माफ नहीं करेंगे।इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों की ओर से शोर होने लगा और श्री राजा ने पांच बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। (वार्ता)
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