
40 हजार घूस लेते लेखपाल गिरफ्तार,पेट्रोल पंप का एनओसी पास करने के नाम पर ले रहा था मोटी रकम
एंटी करप्शन टीम ने शिकायत के बाद की कार्रवाई
रोहनिया। घूस लेते लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने गुरुवार को सारनाथ फरीदपुर गांव से रंगे हाथ दबोचा। आरोपी लेखपाल पेट्रोल पंप की एनओसी पास कराने के लिए 80 हजार रुपये का घूस मांगा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि लेखपाल संजय वर्मा राजातालाब तहसील का लेखपाल संघ का अध्यक्ष भी है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आरोपी लेखपाल के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। एसडीएम राजातालाब को इसकी जांच सौंपी गई है।
जानकारी के अनुसार रोहनिया थाना अंतर्गत नरउर निवासी अजीत कुमार सिंह का नरउर स्थित जीटी रोड पर इंडियन आॅयल का पेट्रोल पंप पास हुआ है। अनापत्ति प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट राजातालाब तहसील के लेखपाल संजय वर्मा को लगानी थी। पीड़ित अजीत सिंह का आरोप है कि अप्रैल से एनओसी के लिए लेखपाल की ओर लगातार टालमटोल किया गया। एनओसी पास कराने के लिए 80 हजार रुपये की मांग ये कहकर किया कि उपर के अधिकारियों को देनी है। लेखपाल की प्रताड़ना से परेशान होकर इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी इकाई से की।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी इकाई के प्रभारी उपेंद्र सिंह के अनुसार शिकायती पत्र के आधार पर जांच कराई गई और फिर केमिकल लगा हुआ 500-500 के नोट 40 हजार रुपये पीड़ित अजीत सिंह को दिया गया। दोपहर में डेढ़ बजे मोहनसराय स्थित मिश्रा कटरा स्थित लेखपाल के अस्थाई कार्यालय में जैसे ही लेखपाल ने 40 हजार रुपये घूस थामा तो उसे रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी टीम में निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, शैलेंद्र राय, पुनीत कुमार सिंह, सुनील कुमार यादव, सुमित कुमार भारती शामिल थे। आरोपी लेखपाल के खिलाफ रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।
भ्रष्टाचार को लेकर सीएम को लिखा पत्र
रोहनिया। घूसलेते तहसील राजातालाब के लेखपाल के खिलाफ और तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिकारी साथ ही कर्मचारियों की मनमानी को रोकने के अधिवक्ताओं और स्थानीय लोगों ने सीएम को पत्र लिखा। अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज ने क हा कि अधिकारी और कर्मचारी मनमानी करते हैं।भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय भ्रष्टाचारियों को पनाह देते हैं। अधिवक्ताओं का कहना था कि पिछले दिनों उप जिलाधिकारी को पैसे की लेनदेन का आॅडियो और वीडियो टेप उलब्ध कराया गया था लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की।