जयपुर/अजमेर । नूपुर शर्मा मामले को लेकर 17 जून को अजमेर दरगाह की सीढ़ियों से विवादित नारा देने वाले आरोपित खादिम गौहर चिश्ती और उसके दोस्त मुनव्वर को हैदराबाद से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस देर रात तीन बजे कड़े सुरक्षा घेरे में अजमेर लेकर पहुंची। दोनों आरोपितों को दरगाह थाना ले जाने की जगह सुरक्षा कारणों के चलते क्रिश्चियन गंज थाने ले जाया गया । उनसे 17 जून को मौन जुलूस से पहले विवादित नारे और उदयपुर हत्याकांड के आरोपितों से संपर्क को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। इसी मामले में 4 आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार किए जा चुका है।
अजमेर पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने बताया कि आरोपित गौहर चिश्ती ने 17 जून को अजमेर में नूपुर शर्मा के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के एक प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ नारेबाजी की थी। उसके बाद 23 जून को गौहर चिश्ती के खिलाफ अजमेर में केस दर्ज हुआ था। आरोपित गौहर चिश्ती मुकदमा दर्ज होने के बाद ही फरार हो गया था। कुछ ही दिन बाद 28 जून को उदयपुर में कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 7 टीमें गठित की थी, जो देशभर में उसकी तलाश कर रही थी। मुखबिर से सूचना मिली थी कि गौहर चिश्ती हैदराबाद के साईं नाथ गंज इलाके में अपने पुराने दोस्त मुनव्वर के घर पर ही छुपा हुआ था।
इसके बाद अजमेर पुलिस की टीम हैदराबाद गई और वहां की स्थानीय पुलिस की मदद से गौहर चिश्ती गिरफ्तार किया। साथ ही आरोपित को शरण देने के मामले में मुनव्वर को भी गिरफ्तार किया है। इसके बाद रात तीन बजे चिश्ती और मुनव्वर को हैदराबाद से फ्लाइट से अजमेर लाया गया। जानकारी में सामने आया कि आरोपित मुनव्वर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड हैदराबाद पुलिस के पास नहीं है। अब जांच एजेंसी गौहर चिश्ती से पूछताछ करेंगी। यह जानने की कोशिश करेंगी कि क्या उदयपुर और अजमेर का कन्हैया लाल हत्याकांड में कोई कनेक्शन है? गौरतलब है कि नूपुर शर्मा मामले में गौहर चिश्ती ने 17 जून को अजमेर की दरगाह के बाहर खड़े होकर ‘सर तन से जुदा’ विवादित नारा दिया था। इसके बाद वह फरार हो गया था।
गौहर चिश्ती के प्रकरण में एनआईए ने अभी तक अजमेर पुलिस से नहीं किया संपर्क- एसपी अजमेर
अजमेर के पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने कहा कि गौहर चिश्ती प्रकरण में नेशनल जांच एजेंसी (एनआईए) ने अभी तक भी अजमेर पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है और न ही दरगाह क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। अजमेर पुलिस ब्यावर में भड़काऊ नारे लगाने व उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के प्रकरण के बारे में भी गौहर चिश्ती से पूछताछ करेगी।पुलिस अधीक्षक ने अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह के मुख्य द्वार पर गत 17 जून को भड़काऊ नारे लगाने के प्रकरण में मुख्य आरोपित खादिम गौहर चिश्ती को 14 जुलाई की रात हैदराबाद के सांई नाथ गंज स्थित गौस महल से गिरफ्तार कर देर रात अजमेर लेकर आने पर शुक्रवार को गिरफ्तारी के संबंध में पत्रकारों को विस्तृत जानकारी दी।
जाट ने बताया कि पुलिस को मुखबिर और तकनीकी सपोर्ट से पता चला कि गौहर चिश्ती 1 जुलाई को जयपुर से हवाई जहाज के जरिए हैदराबाद चला गया है। इस गुप्त सूचना के आधार पर ही अजमेर पुलिस ने भेष बदल कर हैदराबाद में रेकी की। रेकी में हैदराबाद पुलिस का भी सहयोग लिया गया। पुख्ता सूचना के आधार पर ही 14 जुलाई की रात को छापामार कार्रवाई कर गौहर चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया गया। चिश्ती को अपने घर में शरण देने वाले अहसास उल्ला उर्फ मुनव्वर को भी गिरफ्तार किया गया है। जाट ने बताया कि अब गौहर चिश्ती और मुनव्वर को रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। अजमेर के दरगाह थाने में चिश्ती के विरुद्ध भड़काऊ भाषण और नारे लगाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया था। फरारी के दौरान चिश्ती किन किन व्यक्तियों के संपर्क में रहा, उसकी भी जांच की जाएगी।
एसपी जाट ने बताया कि 17 जून को अजमेर में दरगाह के मुख्य द्वार पर जो भड़काऊ नारे लगे वैसे ही नारे अजमेर जिले के ब्यावर उपखंड में 10 जून को मौन जुलूस के दौरान लगे। नारों का वीडियो अब अजमेर पुलिस के संज्ञान में आया है। वीडियो की जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जाएगी। जाट ने कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व को माहौल बिगाडऩे का मौका नहीं दिया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की पहल पर 10 जून को ब्यावर में भी मौन जुलूस निकाला गया था। लेकिन इस मौन जुलूस में खुले आम भड़काऊ भाषण लगे। हालांकि तब ब्यावर पुलिस की ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, लेकिन अब सोशल मीडिया पर भड़काऊ नारों का वीडियो वायरल हो रहा है, तब पुलिस सक्रिय हुई है। वीडियो के माध्यम से नारे लगाने वालों की पहचान की जाएगी।
एसपी जाट ने पत्रकारों को बताया कि दरगाह के खादिम सरवर चिश्ती के विवादित भाषण के प्रकरण में एडीएम कोर्ट से नोटिस जारी हुए हैं। चिश्ती के वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने एडीएम कोर्ट में इस्तगासा प्रस्तुत किया है। इसमें सरवर चिश्ती को पाबंद करने की मांग की गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सकल हिन्दू समाज ने जब एक रैली निकाली थी, तब सरवर चिश्ती ने दरगाह के मुख्य द्वार पर खड़े होकर विवादित भाषण दिया। इस भाषण के आधार पर ही पुलिस ने कार्रवाई की है। मालूम हो कि सरवर चिश्ती इस समय खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव हैं। हालांकि चिश्ती ने ऐसे सभी आरोपों से इनकार किया है।
अजमेर पुलिस ने गौहर चिश्ती के साथ साथ जिस अहसास उल्ला उर्फ मुनव्वर को गिरफ्तार किया है, उसकी तलाश एनआईए को भी है। जानकार सूत्रों के अनुसार एनआईए ने विगत दिनों मुनव्वर के हैदराबाद स्थित आवास पर एक नोटिस भी चस्पा किया था। सूत्रों की माने तो उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की हत्या के प्रकरण में एनआईए को मुनव्वर की तलाश है। कहा जा सकता है कि जिस मुनव्वर को एनआईए नहीं पकड़ सही उसे अब अजमेर पुलिस ने पकड़ लिया है। यहां यह खासतौर से उल्लेख है कि गौहर चिश्ती ने ही दरगाह के मुख्य द्वार पर खड़े होकर सिर तन से जुदा के नारे लगवाए थे और इसी के बाद उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की गर्दन काट दी गई।(हि.स.)