काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ अब चांदी के नये आसन पर करेंगे रात्रि विश्राम

तमिलनाडु मदुरई के भक्त ने 20 किलो चांदी से तैयार कराया आसन.रविवार को विधिवत पूजा पाठ के बाद बाबा को समर्पित होगा.

वाराणसी । काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ अब चांदी के नये आसन पर रात्रि विश्राम करेंगे। नये आसन पर बाबा शयन आरती के बाद विराजेंगे। नया आसन 20 किलो चांदी से तैयार कराया है। इसे तमिलनाडु मदुरई निवासी भक्त ए एन सुब्बा ने खास तौर पर तैयार कराया है।

नये आसन को श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम मैंनेजिंग सोसाइटी की ओर से रविवार को बाबा का विधिवत जलाभिषेक कर समर्पित किया जायेगा। चांदी के नये आसन को बाबा दरबार में समर्पित करने के पूर्व रथयात्रा स्थित अन्नामलईयार नंदवनम् परिसर में तीन दिनी महारुद्र यज्ञ किया जा रहा है। यज्ञ के लिए 1008 कलश में गंगाजल लाया गया है। यज्ञ का शुभारंभ गो पूजन के साथ किया गया और दक्षिण भारत के 108 वैदिकों द्वारा श्रीसूक्त के मंत्रों की एक लाख आठ आहुतियां की गईं।

रविवार को यज्ञ पूरा होने के बाद कलश यात्रा निकाल कर अभिमंत्रित गंगाजल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। फिर, उन्हें चांदी का नया आसन अर्पित किया जाएगा। बताते चले, अभी कुछ दिनों पूर्व बाबा के एक भक्त ने मंदिर में सोना दिया था। जिससे मंदिर के गर्भगृह के अंदर और बाहर की दीवारों पर 60 किलो सोने की परत चढ़ाई गई थी। श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी के सिगरा रथयात्रा मार्ग स्थित बगीचे से पिछले 300 साल से बेलपत्र बाबा विश्वनाथ के ज्योर्तिलिंग पर चढ़ाए जाते हैं।

यही संस्था बाबा विश्वनाथ की रोजाना होने वाली आरती की व्यवस्था भी करती है। इसके अलावा बाबा विश्वनाथ धाम के अन्नक्षेत्र में श्रद्धालुओं को मुफ्त प्रसाद की जो व्यवस्था शुरू की गई है, उसका जिम्मा भी इसी सोसाइटी के पास है। खास बात यह है कि जिस नाटकोटम क्षेत्रम की पवित्र जमीन पर 20 सालों से अवैध कब्जा था। उस पर से वाराणसी पुलिस ने कड़ी कार्यवाही कर गुंडों का कब्जा हटवा दिया। अब ट्रस्ट के लोगों ने मिलकर बाबा के शयन आरती के लिए एक सुनहरा चांदी का बिस्तर मंदिर को दान दिया है।(हि.स.)

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