काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण बिल्कुल ही दिव्य प्रतीत होता है- बंगारू दत्तात्रेय

पहले की तुलना में आज की वाराणसी बिल्कुल ही अलग दिखती है- राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश

सीएए संसद से पारित होने के बाद संविधान का एक हिस्सा बन चुका है

हर भारतवासी का कर्तव्य है कि वो इसका सम्मान करें

वाराणसी, जनवरी। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान गुरुवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर भारत के 130 करोड़ देशवासियों की स्मृद्धि और शांति की कामना की।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय दर्शन पूजन पश्चात बताया कि पहले की तुलना में आज की वाराणसी बिल्कुल ही अलग दिखते हैं। खासकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण बिल्कुल ही दिव्य प्रतीत होता हैं। आने वाले समय में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की स्थापना से ज्योतिर्लिंग के दर्शन और भी अलौकिक हो जाएगी। काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र प्रांगण में रहने वाले हर काशीवासी को हार्दिक बधाई दी। जिन्होंने आगे आकर कॉरिडोर के निर्माण के लिए अपना सहयोग दिया है। इस कॉरिडोर के निर्माण में कुल 294 घरों का अधिग्रहण किया गया। जिनमें से 43 गुप्त मंदिरों को संरक्षित किया गया। कॉरिडोर के निर्माण पर लगभग 1200 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने हर काशीवासी से इन संस्कृतिक धरोहरो को अगली पीढ़ी को आगे बढ़ाने की अपील की।
उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इस पूरे विश्व का आध्यात्मिक केंद्र हैं और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार के काशी उत्थान कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि दर्शन पूजन के दौरान उन्होंने भगवान शिव से हिमाचल प्रदेश की उन्नति और समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की। हिमांचल प्रगति के पथ पर नित्य अग्रसर है। मेरी यही कामना है कि हमारी यह देवभूमि और भी स्मृद्ध और संपन्न हो।
नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 (सीएए) के संबंध में पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान राज्यपाल हिमाचल प्रदेश बंगारू दत्तात्रेय ने कहां की यह एक्ट संसद से पारित होने के बाद संविधान का एक हिस्सा बन चुका है और इसलिए यह हर भारतवासी का कर्तव्य है कि वो इसका सम्मान करें और शांति बनाए रखें।

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