देवेश मोहन
दुद्धी,सोनभद्र – विकास खण्ड के ग्राम खजुरी में वर्षों से खानाबदोश की जिंदगी गुजार रहे गरीब मुसहरों के अधिकार एवं समस्याओं को लेकर युवा पत्रकार जितेन्द्र अग्रहरि ने लम्बी लड़ाई लड़ी।तब जाकर प्रशासन ने सुधि ली और उनके दिन बहुरे।इससे पहले तीन पीढ़ियों से खानाबदोश की तरह जैसे- तैसे जीवन गुजारने को विवश दर्जनों गरीब मुसहर परिवार की जिंदगी किसी नर्क से कम नही रही। डेढ़ वर्ष पूर्व उनकी हालत को देख द्रवित हुए समाजसेवी श्री अग्रहरि ने उन्हें बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का वीणा उठाया।शासन से पत्राचार की और तत्कालीन जिलाधिकारी अमित कुमार से इनकी स्थिति को साझा किया।
जिलाधिकारी ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए।अग्रहरि का प्रयास रंग लाया और देखते ही देखते सभी दो दर्जन परिवारों को आवास एवं शौचालय मिले।सोलर लाइट लगाये गये, स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गये, आंगनबाड़ी से बच्चों की शिक्षा पुष्टाहार आदि की व्यवस्था की गई।पेयजल के लिये एक हैंडपम्प लगाए गए।इसके अलावा अन्य सरकारी सुविधाओं को उन तक पहुंचाये जाने के प्रयास जारी हैं।लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कार्य युवाओं को रोजगार से जोड़ने के न तो कोई प्रयास किये गये और न ही भू आवंटन की।भू आवंटन न होने की वजह से सरकार द्वारा दिये गये आवास आज तक नही बन सके।जहां ये दलित मुसहर निवास करते आ रहे हैं, वह रिकार्ड में फारेस्ट की भूमि बताई जाती है।जिसके कारण उन्हें अब तक उक्त भूमि पर वैधानिक अधिकार नही मिल सके।
काफी दिनों से लम्बित आवास की भूमि संबंधित समस्या पर एक बार फिर सक्रिय हुए श्री अग्रहरि ने जिलाधिकारी एस राजलिंगम से मुलाकात की।उन्होंने वहां निवास करने वाले करीब दो दर्जन गरीब परिवारों को आवास के लिये भू आवंटन के साथ जरूरी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की बात उठायी। कहा कि खजुरी रेलवे गेट से आगे ठेमा नदी के किनारे निर्जन स्थान पर वर्षों से निवास करने वाले मुसहर समुदाय के लोग जैसे तैसे जीवन गुजारने को विवश हैं।लम्बे समय से चल रही मांग के बाद वहां प्रकाश हेतु सोलर लाईट एवं पेयजल हेतु एक हैंडपम्प एवं चिकित्सा शिविर आयोजित किये गये।लेकिन वहां के बाशिंदा आज भी कई जरूरी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
श्री अग्रहरी ने उनकी माली हालत में सुधार के लिए भी जिलाधिकारी का ध्यानाकर्षण कराते हुए,युवाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की। कहा कि भिक्षावृत्ति को अपनी आजीविका बना चुके मुसहर बिरादरी के बच्चों की पढ़ाई एवं युवाओं को स्वरोजगार के लिये प्रेरित करने की आवश्यकता है।ताकि इनका भविष्य उत्तम हो और आने वाली पीढ़ी अपने पैरों पर खड़ी हो सके।बस्ती में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था कराने एवं भूमिहीन गरीबों के नाम पट्टा आवंटित करने की मांग भी प्रमुखता से रखी।ताकि सरकार द्वारा आवंटित आवास का निर्माण सुलभता से हो सके।इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने एसडीएम, तहसीलदार, फारेस्ट एसडीओ, बीडीओ समेत संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए,मौके का स्थलीय निरीक्षण करके भू-आवंटन समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिये।जिलाधिकारी के निर्देश के बाद संबंधित अधिकारियों की सक्रियता से आज उस बस्ती की रौनक बढ़ने लगी है।