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दीपावली पर कुशीनगर से प्रारंभ होगी अंतरराष्ट्रीय वायुसेवा – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 

बाढ़ समस्या के स्थायी समाधान पर मुख्यमंत्री का फोकस । पूर्वांचल में नदियों की ड्रेजिंग की बनाएं कार्ययोजना: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ । मुख्यमंत्री ने की गोरखपुर मंडल (जनपद गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज) के विकास कार्यों की समीक्षा .

देवरिया में डायलिसिस की सुविधा एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जाए । महराजगंज के मधवलिया में बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना के लिए बनाएं कार्ययोजना । गोरखपुर में एम्स और खाद कारखाना निर्माण कार्य में न हो देर । चौरीचौरा कांड के शताब्दी वर्ष को धूमधाम से मनाएंगे । भीटीरावत, गोरखपुर में स्थापित होगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट । गोरखपुर परिक्षेत्र में गन्ने की फसल में कतिपय बीमारियों लिया संज्ञान, विशेषज्ञों की टीम भेजने के निर्देश । 

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल की बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक समन्वित कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बाढ़ पूर्वांचल की बड़ी समस्या है। इससे हर साल भारी जन-धन की हानि होती रही है। यहां की प्रमुख नदियां नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र से निकलती हैं। बाढ़ के दौरान उनके द्वारा लाये गए मलबे से नदियों का तल ऊपर उठ गया है। इनकी सफाई (ड्रेजिंग) के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए।नदियों की ड्रेजिंग से दोहरा लाभ मिलेगा, बाढ़ की समस्या तो स्थायी रूप से हल होगी ही, निकले बालू की बिक्री से स्थानीय प्रशासन को राजस्व भी मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गोरखपुर मंडल (जनपद गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज) के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री  ने कहा कि एम्स गोरखपुर का निर्माण पूर्वी उत्तर प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ करेगा। इसी तरह खाद कारखाना निर्माण कार्य बहुप्रतीक्षित है। इससे जुड़े कार्यों में कतई देर न हो। एम्स हॉस्पिटल बिल्डिंग यथाशीघ्र पूर्ण की जाए। मंडलायुक्त स्वयं इन कार्यों का निरीक्षण करें। उन्होंने दोनों परियोजनाओं की कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।गीडा में लैंडबैंक को विस्तार देने की जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री  ने उद्यमियों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री  ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि जनपद देवरिया में डायलिसिस की सुविधा एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जाए।

चौरीचौरा शताब्दी वर्ष को बनाएं अविस्मरणीय

मुख्यमंत्री  ने कहा कि अगले वर्ष स्वाधीनता संग्राम की ऐतिहासिक घटना ‘चौरीचौरा’ का ‘शताब्दी वर्ष’ होगा। यह अवसर है जंग-ए-आजदी में शामिल हुतात्माओं को नमन करने का। स्वाधीनता आंदोलन में गोरखपुर कमिश्नरी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। यहाँ अनेक तीर्थस्थल हैं।शताब्दी वर्ष के मद्देनजर एक अच्छी कार्ययोजना बनाकर नई पीढ़ी को अपनी समृद्ध विरासत से परिचित कराएं। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय महत्व का होगा।

मधवलिया गो सदन में स्थापित होगा बायो सीएनजी प्लांट

जनपद महराजगंज की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री  ने कहा कि महराजगंज गो-धन से समृद्ध है। मधवलिया गो-सदन में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया जाए। जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग से समन्वय बनाकर कार्ययोजना तैयार की जाए। यह गैस की आपूर्ति तो करेगा ही रोजगार सृजन भी होगा। उन्होंने सभी जिलों में गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्था सुदृढ करने के निर्देश दिए।

श्रमिकों-किसानों की समृद्धि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: मनरेगा की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री  ने कहा कि मनरेगा अंतर्गत रोजगार सृजन को बढ़ाया जाए। वर्षा ऋतु समाप्त हो चुकी है इस ओर विशेष ध्यान देकर अधिक से अधिक रोजगार सृजन कराएं तथा प्रवासी मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार दिलाएं। वहीं गन्ना मूल्य भुगतान की स्थिति से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान प्राथमिकता पर कराया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद देवरिया में किसानों का गन्ना मूल्य का भुगतान कम हुआ है। जनपद महराजगंज में चीनी मिल गड़ौरा द्वारा वर्ष 2017-18 का भुगतान अवशेष है। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए।नया पेराई सत्र शुरू होने के समय कुछ भी बकाया न रहे। इस बारे में चीनी मिल प्रबंधनों से संवाद करें। गोरखपुर परिक्षेत्र में गन्ने की फसल में कतिपय बीमारियों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री  ने अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास को टीम भेजकर परीक्षण कराने का निर्देश दिया।

सबको आवास का संकल्प हो पूरा

मुख्यमंत्री  ने कहा कि गोरखपुर मंडल में अलग-अलग स्थानों पर मुसहर और वनटांगिया समुदाय के लोग रहते हैं। इन सभी को शासन की योजनाओं से लाभांवित किया जाए। सभी के राशन कार्ड बनाएं, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाएं। उन्होंने आवास योजनाओं के निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा किए जाने के साथ-साथ स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालयों की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिस कार्य के लिए धन अवमुक्त हो, लाभार्थी द्वारा वही कार्य कराए जाएं। इसे भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने ग्राम सचिवालय तथा सामुदायिक शौचालय के लिए भूमि का चिन्हांकन जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद करके शीघ्रता से किए जाने के निर्देश दिए।

शुद्ध पेयजल है इंसेफ्लाइटिस और संचारी रोगों का इलाज

अटल भूजल योजना और अमृत योजना के अन्तर्गत हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि पेयजल से जुड़ी सभी योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथमिकता के साथ किया जाए। इंसेफ्लाइटिस से प्रभावित गांवों के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर, घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाना है। कोई गांव न छूटे।मुख्यमंत्री  ने कहा कि जेई/एईएस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शुद्ध पेयजल सबसे अहम माध्यम है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक तालाब खुदवाए जाएं तथा रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के अन्तर्गत जल संचय की कार्यवाही को प्रोत्साहित किया जाए। जिलाधिकारी गोरखपुर ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए भीटीरावत में भूमि तय हो गई है।इसकी स्थापना शीघ्र होगी।

सांस्कृतिक संपन्नता की ब्रान्डिंग जरूरी: गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री  ने कहा कि यह पूरा क्षेत्र ‘बौद्ध परिपथ’ का हिस्सा है। दीपावली के अवसर पर कुशीनगर से अंतरराष्ट्रीय वायुसेवा शुरू करने की योजना है। यह एयरपोर्ट विदेशी धर्मावलंबियों को सुगमता प्रदान करने वाला होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में विकास की सम्भावनाओं के दृष्टिगत जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पर्यटन क्षेत्र में कार्ययोजना तैयार कराई जाए। गोरखपुर चिड़ियाघर बन रहा है, यह भी आकर्षण का केंद्र होगा। गोरखपुर में वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत इस शहर को नई पहचान देगा। एक जनपद एक उत्पाद के अन्तर्गत सभी जनपदों के लिए चिन्हित उत्पादों को बढ़ावा देने की जरूरत बताते हुए कहा कि इन उत्पादों के लिए विकास भवन में प्रदर्शनी का आयोजन कराया जाए। इनके शिल्पियों को प्रोत्साहित करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ पैकेज के अंतर्गत कृषि के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास की असीम संभावनाएं हैं। हर ब्लाक में एफपीओ का गठन करें। गोदामों के लिए प्रस्ताव तैयार करें। बैंकों से समन्वय बनाकर लोगों को मुद्रा योजना, एमएसएमई के लिए ऋण योजना आदि से लाभान्वित करें।

जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर करें काम

समीक्षा के शुरुआत में मंडलायुक्त जयंत नार्लीकर  ने मंडल में जारी 50 करोड़ रुपये से ऊपर की विकास परियोजनाओं की प्रगति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मंडल के सभी जिलाधिकारियों ने बारी-बारी से अपने जिले में चल रही 10 से 50 करोड़ रुपये तक की विकास परियोजनाओं के बारे में में बताया। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों सांसद, विधायक और मंत्री से भी इस बाबत फीडबैक लिया। सांसद रवि किशन  ने फ़िल्म सिटी की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री  का आभार जताया। राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद ने पूर्वांचल के विकास के लिए योजनाबद्ध कार्य करने के लिए आभार ज्ञापित किया। रमापति राम त्रिपाठी  ने सडकों की मरम्मत, बिजली के तारों के अनुरक्षण की जरूरत बताई। विधायक खड्डा जटा शंकर त्रिपाठी और विधायक सलेमपुर काली प्रसाद  ने क्षेत्र के पर्यटन विकास के लिए नवीन परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा, तो, रजनीकांत मणि ने फ्लाईओवर की जरूरत बताई। विधायक पथरदेवा और मंत्री  सूर्य प्रताप शाही जी ने विभिन्न सड़कों के पुनर्निर्माण की आवश्यकता जताई। मुख्यमंत्री  ने कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज और गोरखपुर के जनप्रतिनिधियों की सभी मांगों को पूरे गौर से सुना। भरोसा दिया कि वह स्थानीय प्रशासन के जरिए अपने प्रस्ताव बनवाकर शासन के संबंधित विभाग को भिजवाएं। उसकी प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेज दें। आप के हर प्रस्ताव पर समय से काम होगा। मुख्यमंत्री  ने कहा कि अाप लोग क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की समयबद्धता और गुणवत्ता की लगातार निगरानी करते रहें।

कार्यदायी संस्थाओं की क्षमता का आकलन जरूरी

मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोई भी कार्यदायी संस्था उतनी ही परियोजनाओं का कार्य हाथ में ले, जितना वह समय से पूर्ण करा सके। इसका भविष्य में विशेष ध्यान रखा जाए। परियोजनाओं के लम्बित रहने से लागत के पुनरीक्षण की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे उसकी लागत बढ़ती है और जनता को उसका लाभ भी समय से नहीं मिल पाता। सभी परियोजनाएं समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण की जाएं। परियोजना के संबंध में प्रत्येक स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यह भी कहा कि प्रत्येक विकास परियोजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर उसे समयबद्ध ढंग से और मानकों के अनुसार पूर्ण कराया जाए।स्वीकृत लागत में ही परियोजनाओं को पूर्ण कराई जाए। पुनरीक्षित बजट की आदत छोड़ें।

कोविड के लिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग को माने मंत्र: मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता के कार्यक्रम हर स्तर पर चलाए जाएं। जब तक कोई वैक्सीन या उपचार नहीं आता, तब तक सतर्कता बरतते हुए विकास कार्यों को संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विलांस और काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से कोविड संक्रमण को रोका जा सकता है। सर्विलांस का कार्य जारी रहे। अब अनलॉक है, लेकिन इसका अर्थ निश्चिंतता नहीं है। सतत सतर्कता रखनी होगी।

मुख्यमंत्री  ने दिए यह निर्देश

-गोरखपुर-वाराणसी फोर लेन के काम की गति धीमी है।गोरखपुर-बड़हलगंज की दूरी तय करने में दो-दो घन्टे लग रहे हैं। जिलाधिकारी इसकी समीक्षा करें। जवाबदेही तय हो।

-राजस्व संग्रह के लिए नियोजित प्रयास की ज़रूरत है। समीक्षा करते रहें।

-तटबन्धों में अधूरे गैप को शीघ्रता से पूर्ण कराया जाए और अब जबकि वर्षा ऋतु बीत चुकी है तो सड़कों के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही तेज की जाए।

-कम्हरिया घाट पर निर्माणाधीन सेतु यथाशीघ्र पूर्ण करें।

-राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य के अवरोधों को तत्काल दूर किया जाए।

-एमएमएमयूटी के प्रशासनिक भवन और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय, गोरखपुर का निर्माण कार्य शीघ्रता से पूर्ण हो।

– प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजनाओं से लाभान्वित लोगों के गृह प्रवेश का कार्यक्रम आवास विभाग तैयार करे।

– खनन कार्यों में पारदर्शिता रखें। समय से कार्य करें।

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