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यूक्रेन युद्ध में भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री बोम्मई ने यूक्रेन में मारे गए छात्र नवीन के पिता से की बात

विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि पूर्वी यूक्रेन युद्धग्रस्त खारकीव शहर में एक भारतीय छात्र की गोलीबारी में मौत हो गयी है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर कहा, “बहुत दुख के साथ हम इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि खारकीव में आज सुबह गोलीबारी की चपेट में आकर एक भारतीय छात्र की जान चली गयी है। मंत्रालय छात्र के परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”

श्री बागची ने कहा कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रूस एवं यूक्रेन के राजदूतों से मुलाकात करके खारकीव एवं युद्धग्रस्त क्षेत्र के अन्य शहरों में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी की मांग दोहरायी है। रूस एवं यूक्रेन में तैनात भारतीय राजदूतों ने क्रमश: मॉस्को एवं कीव में वहां इसी तरह के कदम उठाये हैं।दिन भर से सोशल मीडिया में खारकीव से एक भारतीय छात्र नवीन की मौत की खबरें वायरल हो रहीं थीं। बताया गया है कि कर्नाटक का रहने वाला नवीन गवर्नर हाउस के पास कुछ अन्य लोगों के साथ खाने का सामान लेने के लिए स्टोर के पास खड़ा था, उसी वक्त वह रूसी सैनिकों की गोलीबारी की चपेट में आ गया।

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री बोम्मई ने यूक्रेन में मारे गए छात्र नवीन के पिता से की बात

बेंगलुरु । यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान हुई गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर के पिता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आज फोन पर बातचीत कर शोक संवेदना व्यक्त की। एमबीबीएस के चौथे वर्ष के छात्र नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर (21) ने आज सुबह यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी सेना की गोलाबारी में दम तोड़ दिया। वह राज्य के हावेरी जिले के रहने वाले हैं। यहां पहुंचने वाली खबरों के अनुसार यह दुखद घटना उस समय हुई, जब मेडिकल छात्र खार्किव से करीब 10 किलोमीटर दूर मुद्रा विनिमय केंद्र गया हुआ था।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि गहरे दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खार्किव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की जान चली गई। मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।

बागची ने कहा कि भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृगंला ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को तलब कर उनसे इस बात को दोहराया है कि भारतीय छात्र और राजदूतों को सुरक्षित निकलने के लिए रास्ता उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन में मौजूद भारतीय राजदूत भी छात्रों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज टेलीफोन कर नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर के पिता से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें सांत्वना दी और ढांढस बधाया।कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शेखरगौड़ा को फोन करके दिवंगत छात्र नवीन के पिता को फोन पर घटना की जानकारी दी और संवेदना व्यक्त की। सीएम ने उन्हें दिवंगत नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए चल रहे सभी प्रयासों की सूचना दी।

मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में परिवार के सदस्यों को भी सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ प्रयास किया जा रहा है।कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घटनाक्रम की जानकारी होने पर एक ट्वीट में शोक व्यक्त किया। उन्होंने अन्य सभी भारतीय छात्रों की सुरक्षा की भी कामना की और फंसे हुए छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए आवश्यक उपाय करने का सरकार से आग्रह किया।हर दिन 2-3 बार फोन करते थे नवीनः दिवंगत छात्र नवीन के पिता शेखरगौड़ा ने बताया, “नवीन रोज दो-तीन बार फोन करता था। उसने मुझे आज भी फोन किया था।” फिलहाल अचानक हुए इस हादसे के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और सभी गमजदा हैं।

भारतीय छात्र नवीन की मृत्यु के लिए सरकार जिम्मेदार: कांग्रेस

कांग्रेस ने यूक्रेन में भारतीय छात्र नवीन की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उसने समय पर देश के नागरिकों को निकालने में कोताही बरती है।कांग्रेस प्रवक्ता डॉ रागिनी नायक ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नवीन की मृत्यु के लिए भारत सरकार जिम्मेदार है। उसने समय पर कदम उठाया होता तो देश को एक होनहार छात्र को खोना नहीं पड़ता। उन्होंने कुछ छात्राओं को अगवा किए जाने की खबरों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की है।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी नवीन की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार को यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लाने के लिए ठोस रणनीति बनानी चाहिए और इस योजना की जानकारी छात्रों तथा उनके परिजनों के साथ साझा भी करनी चाहिए।

श्री गांधी ने ट्वीट कर कहा “एक भारतीय छात्र नवीन की यूक्रेन में मृत्यु की दुखद खबर मिली। मेरी उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों के प्रति हार्दिक संवेदना। मैं फिर कहता हूं कि भारत सरकार को फंसे छात्रों की सुरक्षित आपसी के लिए रणनीतिक योजना के तहत काम करने की आवश्यकता है। इस काम के लिए हर मिनट कीमती है।”श्रीमती वाड्रा ने कहा “यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र नवीन की मृत्यु की खबर बहुत ही दुखदाई है। उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस दुख की घड़ी में साहस दें। मेरा सरकार से निवेदन है कि हरसंभव प्रयास कर जल्द से जल्द हमारे सभी छात्र-छात्राओं को वापस लाया जाए।”

युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को ‘एयर लिफ्ट’ करेगी भारतीय वायुसेना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान के बाद भारतीय वायुसेना यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए तैयार है। रूस के साथ युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायुसेना से निकासी प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया है। भारतीय वायुसेना के कई सी-17 परिवहन विमान आज ही ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ान भर सकते हैं। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच यूक्रेन में 15 हजार से ज्यादा विद्यार्थी फंसे हुए हैं। युद्धग्रस्त यूक्रेन से अब तक आठ फ्लाइट के जरिये 1,554 भारतीयों को रेस्क्यू किया जा चुका है।

युद्ध के छठे दिन बुधवार सुबह से रूस ने यूक्रेन के सभी बड़े शहरों में हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर आज रूस ने जोरदार हमला किया है। इस हमले में कर्नाटक के हावेरी जिला निवासी 21 वर्षीय मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत हुई है। इसकी पुष्टि भारतीय विदेश मंत्रालय ने की है। अभी भी वहां बॉर्डर पर 15 हजार से ज्यादा विद्यार्थी यूक्रेन से भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं। यूक्रेन में फंसे अधिकतर विद्यार्थी काफी मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं। कई छात्र यूक्रेन की सीमा तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसीलिए भारत ने शनिवार को ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू करके यूक्रेन से सटे देशों रोमानिया एवं हंगरी के रास्ते अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया था क्योंकि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूसी सैन्य आक्रमण शुरू होने के बाद 24 फरवरी से ही बंद है।

‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत पहले दिन 26 फरवरी को 219 भारतीयों को बुकारेस्ट से मुम्बई लाया गया। दूसरे दिन 27 फरवरी को तीन फ्लाइट से 688 छात्रों को सुरक्षित भारत लाया गया जिसमें 250 छात्र बुकारेस्ट से दिल्ली, 240 भारतीय बुडापेस्ट से दिल्ली और 198 नागरिक बुकारेस्ट से दिल्ली लाये गए। तीसरे दिन 28 फरवरी को भी 249 छात्र बुकारेस्ट से दिल्ली लाए गए हैं। एयर इंडिया की यह छठी फ्लाइट जब दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंची, तो वतन वापसी पर विद्यार्थियों के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती थी। ये सभी बॉर्डर पार करके हंगरी पहुंचे और वहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया।

‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत चौथे दिन आज सुबह 7वीं फ्लाइट 182 भारतीय विद्यार्थियों को लेकर मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची। 216 भारतीय नागरिकों के साथ आठवीं फ्लाइट बुडापेस्ट (हंगरी) से दिल्ली के लिए मंगलवार को ही रवाना हुई है। इस तरह अब तक एयर इंडिया की फ्लाइट से 1,554 भारतीय नागरिकों और विद्यार्थियों की सुरक्षित ‘वतन वापसी’ कराई जा चुकी है। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत अन्य भारतीय नागरिकों और छात्रों को वापस लाए जाने की कवायद जारी है। भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए अब स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस जैसी अन्य निजी एयरलाइंस ने भी अपने विमान भेजे हैं।

भारतीय नागरिकों की निकासी के चल रहे प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को भारतीय वायुसेना का भी इस ऑपरेशन से जुड़ने का आह्वान किया। वायुसेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सकेगा। वायुसेना के हवाई जहाजों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी। साथ ही भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। भारतीय वायुसेना के कई सी-17 परिवहन विमान आज ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में बिगड़ते हालात के बीच आज ही भारतीय दूतावास ने सख्त एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और विद्यार्थी कीव को जल्द से जल्द छोड़ दें।

अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद भी भारतीय वायुसेना ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ शुरू किया था। दोहा, ताजिकिस्तान और काबुल के रास्ते अलग-अलग उड़ानों में 650 से अधिक नागरिकों को भारत लाया गया था। इनमें से 260 से अधिक भारतीय थे। उन्हें अफगानिस्तान से स्वदेश लाया गया था। काबुल के अलग-अलग ठिकानों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। स्वदेश लाए गए लोगों में भारतीय राजदूत आर. टंडन समेत दूतावास के कई कर्मचारी, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी और कुछ भारतीय पत्रकार शामिल थे। अंतिम उड़ान में भारत आने को तैयार काफी संख्या में अफगान सिख और हिंदुओं सहित कुछ अफगान नागरिकों को नियत समय हवाई अड्डे पर न पहुंच सकने के कारण नहीं लाया जा सका था।

यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी होगी: डॉ. मनसुख मंडाविया

यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर मंगलवार को भारतीय विमान हंगरी से दिल्ली पहुंचा। यूक्रेन से आए नागरिकों का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को स्वादेश लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इन लोगों से अपील कि अगर कोई भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसा हुआ है तो उन्हें सरकार की कोशिश की जानकारी दें। केंद्र सरकार वहां फंसे सभी नागरिकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।न्यूज़ सोर्स वार्ता.हि.स.

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