कोरोना काल में भारत लगातार दूसरे देशों को मदद कर रहा है। इसी के तहत भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस ऐरावत सोमवार को कोरोना राहत सामग्री लेकर वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी पोर्ट पर पहुंचा। राहत सामग्री में 5 आईएसओ कंटेनरों में 100 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन और 10 एलपीएम के 300 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर शामिल हैं। कोरोना महामारी के खिलाफ वियतनाम सरकार की लड़ाई में अनुमानित आवश्यकता के आधार पर भारत ने यह राहत सामग्री भेजी है।
इंडोनेशिया सरकार ने मांगी थी मदद
विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी नौसेना कमान के तहत आईएनएस ऐरावत स्वदेश निर्मित जहाज है, जो कोरोना राहत सहायता के ट्रांस-शिपमेंट के लिए दक्षिण पूर्व एशिया में तैनात है। जहाज ने इससे पहले 24 अगस्त को जकार्ता, इंडोनेशिया में तानजुंग प्रियक पोर्ट में प्रवेश किया था और इंडोनेशिया सरकार के अनुरोध पर 10 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन कंटेनर पहुंचाए थे।
भारत सरकार के दृष्टिकोण सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना इस क्षेत्र के देशों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रही है। भारतीय नौसेना दक्षिण, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी अफ्रीका सहित महासागर की संपूर्ण सीमा तक कई मानवीय मिशनों में सबसे आगे रही है।
भारत और वियतनाम संबंध
भारत और वियतनाम मित्रता के मजबूत पारंपरिक बंधन में सुरक्षित समुद्री क्षेत्र की दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों नौसेनाएं पनडुब्बी, विमानन और तकनीकी प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक समग्र प्रशिक्षण कार्यक्रम सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करती हैं। दोनों नौसेनाएं नियमित रूप से द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास करती हैं।
आईएनएस ऐरावत जहाज की वर्तमान तैनाती का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करना है। नौसेना का जहाज चिकित्सा आपूर्ति उतारने के बाद हो ची मिन्ह सिटी से प्रस्थान करेगा। इसके बाद इस क्षेत्र के अन्य मित्र देशों को भी चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करना जारी रखेगा।