देश में जब कोरोना महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर थी, तब वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण अभियान की रफ्तार भी बेहद सुस्त थी। 21 जून से टीकाकरण की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने ले ली है और अब इसका असर भी देखने को मिला है। भारत अब दुनिया में सबसे तेजी से वैक्सीन डोज लगाने वाला देश बन गया है।इस मामलें में भारत ने अमेरिका और ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ दिया है।
अब तक कुल 32 करोड़ 36 लाख से अधिक डोज दिए जा चुके हैं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में अब तक 32,36,63,297 वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। इतनी अधिक मात्रा में वैक्सीन लगाने वाले देशों में भारत शीर्ष पर है। ग्लोबल वैक्सीनेशन ट्रैकर की इस लिस्ट में भारत के बाद अमेरिका का नंबर है, जहां 32.33 करोड़ वैक्सीन की डोज दी गई है। आपको बता दें कि भारत की आबादी सवा सौ करोड़ है, जबकि अमेरिका की आबादी करीब 33 करोड़ है। अमेरिका के बाद ब्रिटेन का स्थाान है, जहां 7.67 करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।
भारत ने इन देशों को पछाड़ा
अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा इटली में 4.96 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। वहीं जर्मनी में 7.14 करोड़ और फ्रांस में 5.24 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकी है। आपको बता दें कि भारत को छोड़कर बाकी देशों में टीकाकरण अभियान करीब दो महीने पहले भी शुरू हुआ था। भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी और फ्रांस में टीकाकरण अभियान की शुरुआत दिसंबर में हो गई थी।
आने वाले दिनों में टीकाकरण में और तेजी लाई जाएगी
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ले चुके लोगों की संख्या के लिहाज से भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। साथ ही सरकार ने कहा कि आने वाले दिनों में टीकाकरण अभियान में और तेजी लाई जाएगी। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक 60 वर्ष से अधिक आयु की करीब 43 प्रतिशत आबादी और 45 साल से ज्यादा उम्र की 37 फीसदी आबादी को कोविड-19 रोधी टीके लगाए जा चुके हैं।
1 डोज लेने वाली जनसंख्या भी अमेरिका से अधिक
ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड टीके की कम से कम एक खुराक लेने वाले लोगों की संख्या 17.2 करोड़ हो गई है, जबकि अमेरिका में यह संख्या 16.9 करोड़ है। डॉ. पॉल ने कहा, हमने कोविड टीके की कम से कम एक खुराक लेने वाले लोगों की संख्या के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। यह आश्वस्त करता है कि हम टीका अभियान में लगातार सुधार कर रहे हैं और इसे तेज कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इसे और भी तेज किया जाएगा।
डॉ. पॉल ने आगे कहा कि दूसरी लहर वैश्विक आंकड़ों के संदर्भ में घट रही है। भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर कोविड के मामले 20,519 हैं, जबकि वैश्विक औसत अब भी 22,181 से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यदि कोविड-19 की रोकथाम के उपायों, कोविड उपयुक्त व्यवहार या टीकाकरण में ढिलाई बरती गई तो मामले एक बार फिर बढ़ सकते हैं।
नए मामलों में रोजाना गिरावट
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोविड के नए मामलों में रोजाना गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि सात मई को संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आने के बाद से नए मामलों में करीब 68 प्रतिशत की कमी आई है। दस मई को कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या चरम पर पहुंचने के बाद से अब तक इनकी तादाद में 21 लाख से अधिक की कमी दर्ज की गई है। सरकार ने कहा कि फिलहाल देश के 377 जिलों में कोविड-19 की संक्रमण दर पांच प्रतिशत से कम है। सात मई को समाप्त हुए सप्ताह में ऐसे जिलों की संख्या 92 थी।
भारत में इन देशों से बाद में शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान
टीकाकरण विकसित देशों के मुकाबले भारत में सबसे बाद में शुरू हुआ था। आपको बता दें कि भारत को छोड़कर बाकी देशों में टीकाकरण अभियान करीब 2 महीने पहले भी शुरू हुआ था। भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी और फ्रांस में टीकाकरण अभियान की शुरुआत दिसंबर में हो गई थी।