मिर्जापुर। जिले के कछवा थाना क्षेत्र के बरैनी घाट पक्का पुल के समीप गंगा घाट पर रविवार का हुए दर्दनाक हादसे में पिता के सामने ही उसका 12 वर्ष का बेटा गंगा में समा गया। पिता तैरने नहीं आने से बेटे की करूण पुकार सुन कर भी मदद को हाथ नहीं बढ़ा पाया। और उसकी जीवना लीला समाप्त हो गई। कछवा बाजार थाना वार्ड निवासी श्रीधर यादव अपने 12 वर्षीय बेटे शिवम यादव के साथ गंगा स्नान करने गए। बेटे शिवम के साथ उन्होंने स्नान किया।
स्नान करने के बाद श्रीधर बेटे शिवम को गंगा के पानी से बाहर निकाल कर किनारे खड़ा कर दिया। और खुद ईश्वर का स्मरण करने लगे। श्रीधर पूजा कर ही रहे थे कि बाल स्वभाव शिवम फिर नहाने के लिए गंगा जी मे उतर गया। और नहाते गहरे पानी में चला गया। गहरे पानी में जाने से डूबने लगा। डूबते समय शिवम ने दो बार पिता को आवाज लगाई। लेकिन श्रीधर चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर पाया। श्रीधर मजबूर था, क्योंकि उसे तैरने नहीं आता था। श्रीधर के देखत- देखते बेटा डूब गया। उस घाट पर कोइ और था नहीं, जो मासूम शिवम की मदद कर सके। श्रीधर का शोर मचान भी बेकार गया।
श्रीधर के घर की बुझी चिराग
कछवा थाने के श्रीधर के यादव के घर का एकलौता चिराग शिवम के साथ बुझ गया। काफी मन्नतों के बाद श्रीधर एक पुत्र की प्राप्ति हुई थी। अब दो लड़कियां ही रह गईं हैं।