अहिल्याबाई होल्कर नहीं होतीं तो काशी में मंदिर का यह रूप नहीं देख सकते, हालांकि मोदी-योगी के कार्यकाल में अभी बहुत मिलने वाला हैः संतोष

लखनऊ : महारानी अहिल्याबाई होल्कर अजेय रहीं। वे कभी कोई युद्ध नहीं हारीं। धर्म-संस्कृति के पुनरुत्थान के लिए उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया। काशी में यदि मंदिर है तो उसका एकमात्र कारण अहिल्याबाई होल्कर हैं। यदि वे नहीं होतीं तो काशी में मंदिर का यह रूप नहीं देख सकते थे। … Continue reading अहिल्याबाई होल्कर नहीं होतीं तो काशी में मंदिर का यह रूप नहीं देख सकते, हालांकि मोदी-योगी के कार्यकाल में अभी बहुत मिलने वाला हैः संतोष