रक्षा मंत्री ने औली मिलिट्री स्टेशन में ‘शस्त्र पूजा’ की, सैनिकों के साथ मनाया दशहरा
दुनिया की सेनाओं में भी भारतीय सेनाओं के प्रति सम्मान का भाव पैदा हुआ.विजयदशमी पर्व पर भारत में ‘आयुध पूजन’ की लम्बे समय से रही है परंपरा.
नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सुबह चमोली (उत्तराखंड) के औली मिलिट्री स्टेशन में ‘शस्त्र पूजा’ की और इसके बाद सैनिकों के साथ दशहरा मनाया। इस मौके पर उन्होंने सैनिकों से कहा कि जब-जब हमारे पड़ोसियों ने भारत की सुरक्षा को लेकर संकट पैदा किया तो उस समय हमेशा आपकी भूमिका सराहनीय रही है। सेना के जवानों की वजह से ही हमारा भारत सुरक्षित है। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया की सेनाओं में भी भारतीय सेनाओं के प्रति सम्मान का भाव पैदा हुआ है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बार उत्तराखंड में दशहरा का पर्व मना रहे हैं। इसी क्रम में रक्षा मंत्री सुबह साढ़े आठ बजे सेना प्रमुख मनोज पांडे के साथ औली पहुंचे। उन्होंने चमोली के औली सैन्य स्टेशन में विजयदशमी के अवसर पर ‘शस्त्र पूजा’ की और सैनिकों के साथ दशहरा मनाया। उन्होंने शस्त्रों का पूजन करने के बाद अवलोकन भी किया। उन्होंने सैनिकों को भी संबोधित किया। सिंह ने कहा कि आपके हाथों में देश सुरक्षित है और यही भरोसा हम हर देशवासियों को दिलाते हैं। विजयदशमी ऐसा पर्व है जिसमें ‘आयुध पूजन’ की भारत में लंबी परंपरा रही है। दुनिया में कहीं भी ‘शस्त्र पूजा’ नहीं होती, जबकि भारत अकेला देश है, जहां शास्त्रों और शस्त्रों यानी दोनों की पूजा की जाती है।
उन्होंने कहा कि हथियार हमारी और हमारे देश की रक्षा करते हैं। इसलिए साल में एक बार विजयादशमी के अवसर पर उनकी पूजा करने का विधान है। आपसे मिले भरोसे के कारण ही हम भारत को ऊंचाइयों तक ले जाने का सफल प्रयास कर पा रहे हैं। दुनिया की उत्कृष्ट सेनाओं में भारत की गिनती होने से हमारी प्रतिष्ठा बड़ी तेजी के साथ बढ़ी है। आज अगर भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता है तो सारी दुनिया कान खोलकर सुनती है। राजनाथ सिंह ने सैनिकों से एक देश भक्ति गीत सुनाने का आग्रह किया तो एक सैनिक ने फिल्म कर्मा का गाना ‘हर करम अपना करेंगे, ये वतन तेरे लिए….’ सुनाकर माहौल जोशीला कर दिया। पूरे गाने के दौरान रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और मौजूद जवान तालियां बजाकर हौसला अफजाई करते रहे।
रक्षा मंत्री बनने के बाद से राजनाथ सिंह हर साल विजयदशमी का दिन देश के जवानों के बीच बिताते हैं। दशहरा पर्व पर उनसे बातचीत करते हैं और फिर शस्त्र पूजा यानी आयुध पूजन में भी शामिल होते हैं। पिछले साल उन्होंने डीआरडीओ में शस्त्र पूजन किया था। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने के लिए आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) के 41 कारखानों को कॉरपोरेट कल्चर के सात उपक्रमों (डीपीएसयू) में बदलकर 07 नई कंपनियों का उद्घाटन किया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2020 में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना वार मेमोरियल पर शस्त्र पूजन किया था। इससे पहले फ्रांस यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने भारत को मिले पहले राफेल लड़ाकू विमान की पूजा की थी। औली सैन्य स्टेशन के बाद वे चीन सीमा से सटे देश के अंतिम गांव माणा जाएंगे, जहां वे सीमा पर सेना और आईटीबीपी की अग्रिम चौकियों का निरीक्षण करने के साथ ही सैनिकों के संग दशहरा का पर्व मनाएंगे। उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दशहरे के मौके पर बद्रीनाथ मंदिर पहुंचे और दर्शन किये।(हि.स.)
Celebrated Vijaya Dashmi with the Indian Army and ITBP personnel at Auli Military Station in Uttarakhand today. Lauded their contribution in providing a secure environment in the country which enables growth and prosperity. https://t.co/xUqvlL4uyf pic.twitter.com/X1BX4WP9wz
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 5, 2022
उत्तराखंड: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए। pic.twitter.com/gtwQVn0rlm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2022