बलिया में पितृ विसर्जन भी नहीं कर सके गुरु जी, नौ परीक्षा केंद्रो पर हुई बीएड परीक्षा
यूनिवर्सिटी के फरमान के समक्ष विवश हुए केंद्राधीक्षक, जताई नाराजगी- वाराणसी में काशी विद्यापीठ ने घोेषित की छुट्टी
बलियाः जनपद के जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलपति के फरमान के समक्ष बलिया के गुरु जी पूरी तरह से विवश दिखे। जनपद के करीब नौ परीक्षा केंद्रो पर गुरुवार को बीएड व एमए की परीक्षा सकुशल संपन्न हुई। परीक्षा ड्यूटी में लगे गुरुजी पितृ विसर्जन तक समय से नहीं कर सके। इसे लेकर केंद्राधिक्षक समेत अनेक गुरु जी में नाराजगी तो दिखी किंतु कुलपति के फरमान के समक्ष सभी मौन ही रहे। वहीं पितृ विसर्जन पर काशी विद्यापीठ वाराणसी ने अवकाश घोषित कर दिया। जिसके कारण काशी विद्यापीठ से जुड़े परीक्षार्थियों की परीक्षा गुरुवार की निरस्त कर दी गई। जबकि बलिया जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय द्वारा गुरुवार को बीएड व एमए की परीक्षा संपन्न कराया गया। हालांकि देर शाम साढ़े पांच बजे परीक्षा कार्य संपन्न कराने के बाद गुरुजी दबी जुबान में नाराजगी जताते दिखे। एमए व बीएड परीक्षा हेतु बलिया जनपद में बने करीब नौै परीक्षा केंद्रों में बिल्थरारोड के देवेंद्र पीजी कालेज पर भी सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में बीए तृतीय, बीएड चतुर्थ व एमए चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा शाम पांच तक सकुशल संपन्न हुई। देर शाम परीक्षा के बाद कापियों को सीलकर भेजवाने के बाद केंद्राधीक्षक डा. हरेराम सिंह ने कहा कि आज की परीक्षा के कारण वे स्वयं एवं परीक्षा ड्यूटी में लगे सभी स्टाफ पितृ विसर्जन तक नहीं कर सके। जबकि वाराणसी में काशी विद्यापीठ ने पितृ विसर्जन पर आज अवकाश घोषित कर दिया है। श्री सिंह ने बताया कि गुरुवार को बीए तृतीय, बीएड चतुर्थ व एमए चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा तीन पालियों में संचालित हुआ। बीए भाग तृतीय की परीक्षा में कुल 66 परीक्षार्थियों में 6 अनुपस्थित रहे। जबकि बीएड चतुर्थ सेमेस्टर में 157 में 8 अनुपस्थित रहे एवं करीब छ कमरों में 149 ने कड़ी निगरानी में परीक्षा दी। वहीं देर शाम तक एमए चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में 161 में 8 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान करीब आठ कक्ष निरीक्षक लगातार परीक्षा की शुचिता को लेकर निगरानी करते रहे।