ग्रीन महाकुंभ:शहर की तरफ जाने वाली 18 सड़कों के दोनों किनारों में विकसित हो रही हैं हरित पट्टीकाएं
29 करोड़ के बजट से 1.49 लाख पौधे रोपित कर रहा है वन विभाग, ग्रीन बेल्ट में तब्दील हो रही है सरस्वती हाईटेक सिटी.शहरी क्षेत्र के अंदर 61 हजार पौधे रोपित करने की नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की तैयारी.
- महाकुंभ में रोपित किए जायेंगे 2 लाख 71 हजार पौधे
- धरातल पर उतर रहा है सीएम योगी के ग्रीन महाकुंभ का संकल्प
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम तट पर जनवरी 2025 से लगने जा रहे महाकुंभ की तैयारियां पूरी गति से चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ को दिव्य, भव्य, स्वच्छ और हरित स्वरूप देने के लिए कुंभ मेला प्रशासन के सभी विभाग इसमें अपना योगदान कर रहे हैं। महाकुंभ को हरित कुंभ का स्वरूप देने के लिए कुंभ क्षेत्र को पॉलीथीन मुक्त रखा जाएगा तो वहीं कुंभ क्षेत्र के बाहर हरित पट्टिकाओं का विकास किया जा रहा है। इस प्रयास से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी धरातल पर उतर रहा है।
धरातल पर उतर रहा ग्रीन कुंभ का संकल्प
सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश है कि महाकुंभ 2025 में प्रयागराज स्वच्छता का मॉडल बने। महाकुंभ स्वच्छता के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी एक उदाहरण बने इसके लिए सामूहिक प्रयास किया जा रहा है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए वन विभाग, नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण मेगा प्लांटेशन अभियान चला रहे हैं । अभियान के अंतर्गत 2 लाख 71 हजार पौधे रोपित किए जा रहे हैं। प्रभागीय वनाधिकारी प्रयागराज अरविंद कुमार का कहना है कि वन विभाग इस अभियान के अंतर्गत 29 करोड़ के बजट से 1.49 लाख पौधे रोपित करने जा रहा है। इसमें सरस्वती हाईटेक सिटी में 20 हेक्टेयर में 87 हजार पौधे रोपित हो रहे हैं। यहां सब्जी ब्लॉक में सघन रोपण किया जा रहा है। इसमें छोटे और बड़े दोनो तरह के पौधे रोपित हो रहे हैं।
18 सड़कों में भी विकसित हो रही हैं ग्रीन बेल्ट
वन विभाग जिले की सड़कों के दोनो तरफ भी पौध रोपण का अभियान चला रहा है। शहर की तरफ आने वाले 18 सड़कों में भी सघन पौधारोपण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 50 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे। सड़कों के बाहर दोनों तरफ कदम्ब, नीम, अमलताश जैसे पौधों का रोपण किया जा रहा है। शहर के कुछ हिस्सों में भी वन विभाग की तरफ से पौध रोपण किया जा रहा है। शहर के अंदर हरित पट्टिकाओं को विकसित करने की जिम्मेदारी नगर निगम प्रयागराज और प्रयागराज विकास प्राधिकरण को दी गई है। नवंबर के आखिर तक इन ग्रीन पट्टियों के विकसित करने का कार्य पूरा हो जायेगा।