गोरखपुर :हाईटेंशन लाइन गिरने से पिता,बेटी और भतीजी की मौत
लापरवाही पर भड़के लोग, बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
गोरखपुर : जिले के सोनबरसा बाजार में रविवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। हाईटेंशन लाइन गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। मृतकों में 30 वर्षीय शिवराज निषाद, उनकी 2 साल की बेटी अदिति और 3 साल की भतीजी अनु शामिल हैं। यह हादसा इतना भयानक था कि तीनों के शव पूरी तरह जलकर कंकाल में तब्दील हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन बिजली की तेज धारा के कारण कोई पास नहीं जा सका।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शिवराज निषाद अपनी बेटी और भतीजी को बाइक पर बैठाकर सोनबरसा बाजार से लौट रहे थे। जैसे ही वे सरदारनगर की ओर जाने वाले नहर रोड पर मुड़े, तभी अचानक 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन टूटकर उनके ऊपर गिर गई। लाइन गिरते ही बाइक और तीनों लोग आग की लपटों में घिर गए। घटना इतनी तेजी से हुई कि आसपास के लोग भी स्तब्ध रह गए। पलक झपकते ही बाइक और तीनों लोग जलने लगे।स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के लिए हर संभव प्रयास किया। कुछ व्यापारियों ने अग्निशमन यंत्रों का इस्तेमाल किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बिजली के तार में तेज करंट होने के कारण लोग पास जाने से डर रहे थे।
लोगों ने बताया कि हादसे से कुछ ही समय पहले हाईटेंशन लाइन पर एक बंदर कूद गया था। इस वजह से तार टूटकर नीचे गिर गया। हालांकि यह घटना अचानक हुई, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा इतना भयानक हो गया। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को सूचना दी और लाइन काटने की मांग की। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि बिजली कटने में करीब 10 मिनट का समय लगा। इस दौरान बाइक और तीनों लोग जलते रहे। अगर बिजली समय पर काट दी जाती, तो शायद इनकी जान बचाई जा सकती थी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेने की कोशिश की। लेकिन गुस्साए लोगों ने पुलिस और प्रशासन का विरोध किया। लोगों का कहना था कि यह हादसा बिजली विभाग की घोर लापरवाही का परिणाम है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।घटना के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि इलाके में जर्जर तारों और खंभों को लेकर पहले भी शिकायतें की गई थीं, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। लोगों ने मांग की कि जर्जर तारों को तुरंत बदला जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक शिवराज निषाद बिशनपुर गांव के निवासी थे। उनकी बेटी अदिति और भतीजी अनु की मौत से परिवार में मातम का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शिवराज अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।