नयी दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने नये संसद भवन की छत के टपकने को गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि इस पर सभी दलों की सलाह ली जानी चाहिए और नये भवन के निर्माण की व्यापक समीक्षा होनी चाहिए।
श्री गोगोई ने एक्स पर कहा , “हमारी संसद के भीतर डिजाइन, निर्माण और सुविधाओं की समीक्षा की जानी चाहिए। भारतीय संसदीय लोकतंत्र की महान परंपराओं को प्रतिबिंबित करने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।”उन्होंने कहा, “संसद भारत के लोगों की है, किसी एक पार्टी या एक व्यक्ति की नहीं है। मुझे उम्मीद है कि तय समय में सभी प्रमुख दलों की राय ली जाएगी।”गौरतलब है कि दिल्ली में हुई भारी बारिश के बीच नये संसद भवन की छत टपकने का मामला सामने आया था और इसका एक वीडियो खूब वायरल हुआ था, जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में जमकर चर्चा हुई।
संसद भवन में जलभराव पर लोकसभा सचिवालय का स्पष्टीकरण
लोकसभा सचिवालय ने नये संसद भवन की सुदृढ़ता को लेकर मीडिया रिपोर्ट में व्यक्त किये जा रहे संदेह को खारिज करते हुये बुधवार को कहा कि भारी बारिश के दौरान भवन की लॉबी के ऊपर ग्लास डोम्स को फिक्स करने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला एडहेसिव के थोड़ा हट जाने के कारण लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हो गया था।
सचिवालय के सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया पर यह भी देखा गया कि नये संसद भवन के मकर द्वार एवं उसके आसपास जलभराव हो गया था। उल्लेखनीय है कि ग्रीन पार्लियामेंट हरित संसद की संकल्पना के अनुसरण में नये संसद भवन की लॉबी सहित भवन के कई हिस्सों में ग्लास डोम्स लगाये गये हैं, जिससे संसद के दैनिक कामकाज में प्रचुर प्राकृतिक रोशनी का उपयोग किया जा सके।(वार्ता)
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