शव के संरक्षण से लेकर उसे सजी-धजी गाड़ियों से घर पहुंचाने का कारोबार

मौत के बाद भले ही प्राणी का चाहे जो अंजाम होता हो, लेकिन हमारी दुनिया में मरने वाले व्यक्ति से भी कारोबार की अनोखी परंपरा का विस्तार होता जा रहा है। पहले जब संयुक्त परिवार थे तब लोगों की मौत पर सब मिलजुलकर अंतिम संस्कार का हिस्सा बनते थे, लेकिन अब वक्त बदल गया है। लोग परिवार के साथ रहना तो दूर की बात सगे भाइयों के साथ भी दूरी बढ़ाते जा रहे हैं। ऐसे में किसी की मौत के बाद उसके शव का संरक्षण और अंतिम संस्कार भी एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो जाता है।

इसी को अब कारोबार का जरिया बना लिया गया है। मरने वाले व्यक्ति का शव संरक्षण से लेकर उसे सजी-धजी गाड़ियों से घर पहुंचाने का कारोबार खूब फल फूल रहा है। परिजनों के नहीं रहने पर 24, 36 घंटे या 48 घंटे तक पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखना और परिजनों की इच्छा के मुताबिक उसे घर पहुंचाने का काम खूब फल फूल रहा है।

2016 में कोलकाता में ”एथेस्टी फ्यूनरल सर्विसेज” द्वारा इस सेवा की शुरुआत की गई थी। इसकी कीमत के बारे में संगठन की ओर से सिद्धार्थ मुखर्जी ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा, ” वातानुकूलित शव वाही वाहन की कीमत दो हजार 800 रुपये है। सामान्य के दो हजार 500 रुपये। कार को फूलों से सजाने की तीन दरें हैं- चार हजार, आठ हजार और 10 हजार रुपये। सामान, अगरबत्ती, घी और पूजा के अन्य सामानों के भाव भी शामिल हैं। दूर रह रहे रिश्तेदारों के इंतजार में शव को स्टोर करने की जरूरत हो तो फ्रीजर है। किराया छह हजार रुपये प्रति 24 घंटे है। यह रेट मार्केट रेट से थोड़ा ज्यादा है।

सिद्धार्थ के अनुसार शव को सुरक्षित रखने के लिए परिवार के किसी व्यक्ति को दस्तावेज लेकर नगर निगम के शव गृह में जाना होगा। हमारे यहां ऐसी समस्या नहीं है। उसके बाद शव को वहां ले जाकर वापस लाने में परेशानी होती है। हमारे यहां सरल है। सिद्धार्थ ने यह भी कहा कि देश के अन्य शहरों में भी इसी तरह के संगठनों के साथ उनका ”टाईअप” है।

दिल्ली-मुंबई में इस कारोबार का दायरा ज्यादा है। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला चल रहा है। निवेश मिलने की आस में देश भर से विभिन्न स्टार्टअप कंपनियां अपने नए बिजनेस प्लान के साथ इस मेले में शामिल हुई हैं लेकिन मेले में अंतिम संस्कार सेवा स्टार्टअप के स्टोर में भीड़ हो रही है। मुंबई स्थित फर्म ”सुखंत फ्यूनरल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड” इन अंतिम संस्कार सेवाओं को लेकर मेले में शामिल हुई है।

इस संगठन ने कहा कि वे अंतिम संस्कार के लिए 38 हजार रुपये चार्ज करते हैं। अनुष्ठानों के आयोजन के अलावा, यह पुजारियों, नाइयों को भी प्रदान किया जाता है। इसमें अस्थि विसर्जन भी शामिल है।रिपोर्ट्स के मुताबिक यह संगठन पहले ही 50 लाख रुपये का बिजनेस कर चुका है। कंपनी का यह भी मानना है कि भविष्य में यह व्यापार बढ़ेगा। (हि.स.)।

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