उत्तर-पूर्व दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों का फ्लैग मार्च, अबतक 22 लोगों की मौत

नयी दिल्ली : दंगा प्रभावित क्षेत्रों चांद बाग, जाफराबाद, भजनपुरा, यमुना विहार और मौजपुर में सुरक्षा बलों ने बुधवार को फ्लैग मार्च निकाला। दिल्ली में दंगों के कारण अब तक करीब 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इलाके में सोमवार से जारी छिटपुट हिंसा, भीड़ द्वारा दुकानों में लूटपाट करने और संपत्तियों में आग लगाए जाने के बाद आज दुकानें और स्कूल बंद रहीं और गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकारियों ने दिन में बताया कि सोमवार से जारी हिंसा में 20 लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि दोपहर बाद जीटीबी अस्पताल ने मृतक संख्या बढ़कर 24 होने की जानकारी दी।
चांद बाग इलाके में काफी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और सुरक्षा बलों ने किसी को भी सड़क पर निकलने की अनुमति नहीं दी। कुछ गलियों को बंद कर दिया गया और निवासियों का कहना है कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें बंद किया है। खुफिया ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा का शव जिस इलाके में पाया गया वहां सड़कोंपर पत्थर और कांच के टुकड़े बिखरे हुए हैं जिससे स्पष्ट है कि इलाके में भारी पथराव हुआ। अधिकारियों ने बताया कि पथराव के कारण शर्मा की मौत हुई होगी।

दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था)एस. एन. श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह रंधावा कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने भजनपुरा इलाके में थे। डीएमआरसी ने कहा कि हिंसा को देखते हुए जिन मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए थे उन्हें खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी स्टेशनों पर सामान्य सेवाएं शुरू हो गई हैं। उत्तर-पूर्व दिल्ली में रविवार से हो रही हिंसा के कारण जाफराबाद- मौजपुर और बाबरपुर में सभी मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वारों को बंद कर दिया गया था।

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