भारत-आस्ट्रेलिया के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता आज

दोनों देश रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमत

नई दिल्ली । भारत और आस्ट्रेलिया बीच शनिवार को पहली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता होगी। आस्ट्रेलिया के विदेशमंत्री मारिस पायने और रक्षामंत्री पीटर डटन की मेजबानी विदेशमंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इस संवाद से पहले शुक्रवार को दोनों देशों के रक्षामंत्रियों ने समग्र द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत चर्चा की।

डटन के साथ बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी मुक्त, खुले, समावेशी और नियम आधारित भारत-प्रशांत क्षेत्र के हमारे साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।

उन्होंने वार्ता को ‘सार्थक’ करार दिया और कहा कि बैठक के दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के साथ ही क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हमारी चर्चा का मुख्य फोकस द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने, सैन्य संपर्क विस्तार, रक्षा सूचनाओं को साझा करने को बढ़ाने, उभरती रक्षा प्रौद्योगिकी और आपसी लॉजिस्टिक मदद में सहयोग पर रहा।

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में मिलकर काम करने पर भी चर्चा की। दोनों ही देश मिलकर उत्पादन और डेवलपमेंट के लिए द्विपक्षीय सहयोग पर सहमत हुए।

बैठक से पहले रक्षामंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मुश्किल दौर के बावजूद, आपका भारत दौरा हमारी मजबूत दोस्ती का प्रमाण है। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बहुत ही सहज और स्वाभाविक संबंध हैं तथा दोनों देश लोकतांत्रिक परंपराओं को साझा करते हैं। दोनों देशों भारत-प्रशांत क्षेत्र में समृद्ध, शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक साझेदारी है। कोरोना के खिलाफ जंग में आस्ट्रेलिया की मदद का भी जिक्र किया था।

अफगानिस्तान के हालात समेत रक्षा और रणनीतिक संबंधों पर हो सकती है बात

राजनयिक सूत्रों का कहना है कि ‘प्लस टू प्लस’ संवाद के दौरान दोनों देश अफगानिस्तान के हालात पर अपने विचार साझा कर सकते हैं और द्विपक्षीय रक्षा व रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने पर बात कर सकते हैं।

साथ ही दोनों देशों के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता को देखते हुए इस क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है।

आस्ट्रेलिया और भारत क्वाड या ‘क्वाड्रिलेट्रल’ गठबंधन का हिस्सा हैं, जिसने स्वतंत्र, खुला और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया है। क्वाड के अन्य दो सदस्य अमेरिका और जापान हैं।

सूत्रों ने कहा कि उम्मीद है कि समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करना वार्ता में दूसरा क्षेत्र होगा जिस पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने के लिए समग्र लक्ष्य के हिस्से के रूप में विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता शुरू की गई है। पिछले कुछ वर्षों में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग बढ़ा है।

तालिबान का उदय भारत के लिए गंभीर सुरक्षा चिंता : राजनाथ

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को आस्ट्रेलिया के रक्षामंत्री पीटर डटन से कहा कि तालिबान का उदय भारत और इस क्षेत्र के लिए गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय है क्योंकि अफगानिस्तान में कब्जा कर चुके आतंकी गुट को अपनी हरकतों के विस्तार करने के लिए और मदद मिल सकती है।

यह मुलाकात दोनों देशों के बीच शनिवार को होने वाली पहली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता से एक दिन पहले हुई। आस्ट्रेलिया की विदेशमंत्री मारिस पायने और रक्षामंत्री पीटर डटन की मेजबानी विदेशमंत्री एस जयशंकर और सिंह करेंगे।

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