नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी को लेकर लोकसभा में गुरुवार को सत्तारुढ़ दल भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा ने सोनिया गांधी माफी मांगों के नारे लगाकर हमला बोला। दोनों ओर से हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की बैठक को 4 बजे तक स्थगित कर दिया।सदन की बैठक स्थगित होने के बाद भी भाजपा सदस्य सोनिया गांधी माफी मांगों और अधीर रंजन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। शोरगुल और हंगामें के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सत्तापक्ष की बेंच की ओर बढ़ी और वरिष्ठ सदस्य व पीठासीन अधिकारी की पैनल में शामिल रमा देवी के पास पहुंची। सोनिया और रमा देवी का बीच अभिवादन का आदान-प्रदान हुआ और कुछ बातचीत हुई ।
कांग्रेस सांसद गीता कोर और ज्योत्सना महंत ने बताया कि सोनिया ने रमा देवी से पूछा कि मेरा नाम क्यों लिया जा रहा। मैंने क्या किया है। उनकी इस बात के जवाब में रमा देवी ने सोनिया गांधी से कहा,आप कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। आप ने ही अधीर रंजन को सदन में पार्टी का नेता चुना है इस वजह से ऐसा हो रहा।कांग्रेस नेता ने बताया कि सदन में, सोनिया और रमा के बीच बातचीत के दौरान भाजपा के निशिकांत दुबे हस्तक्षेप करने के लिये आगे बढ़े तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें रोका।इसी बीच, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रमा और सोनिया के बीच हो रही बातचीत में कुछ टोका तो सोनिया ने ईरानी से कहा कि वे उनसे बात नहीं कर रही। आप बीच मे मत बोले।
सोनिया के इतना कहने पर ईरानी भड़क उठी और सोनिया को खरीखोटी सुनाती नजर आईं। तल्खी बढ़ती देख तृणमूल कांग्रेस की सदस्य अपूर्वा पोद्दार बीचबचाव के लिये ईरानी और सोनिया के बीच आ गईं। कांग्रेस की तरफ से गौरव गोगोई और रवनीत सिंह बिट्टू सोनिया के इर्दगिर्द आकर खड़े हो गए। एनसीपी की सुप्रियो सुले सोनिया को हटाकर सदन से बाहर ले गई। हालांकि सोनिया सदन में रुकना चाह रही थी।इस दौरान सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों की ओर से नारेबाजी जारी रही।(हि.स.)
राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा, उनसे माफी मांगूगा, पाखंडियों से नहीं: चौधरी
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में की गई अपनी एक टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनसे गलती हो गयी क्योंकि वह हिंदी भाषा बहुत अच्छी तरह नहीं जानते।चौधरी ने यह भी कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है और उनसे मिलकर माफी मांगेगे।उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘पाखंडियों’ से माफी मांगने वाले नहीं हैं।कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रपति के पद पर चाहे किसी भी समुदाय का व्यक्ति आसीन हो, वह उसका पूरा सम्मान करते हैं।
चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में राष्ट्रपति के लिए ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का उपयोग कर दिया था। भाजपा सदस्यों ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों में इस विषय को लेकर हंगामा किया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग की।कांग्रेस नेता चौधरी ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘मैं एक बंगाली हूं, हिंदी बहुत अच्छी नहीं आती, मैंने गलती की है, मैं इसे स्वीकार करता हूं।’’उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति से मिलने समय मांगा है, उनसे माफी मांगूगा, लेकिन इन ‘पाखंडियों’ से नहीं।’’चौधरी ने कहा, ‘‘देश का राष्ट्रपति जो भी हो, चाहे वह ब्राह्मण हो, या आदिवासी, हमारे लिए राष्ट्रपति हैं। पद की गरिमा का पूरा सम्मान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कल पत्रकारों से बातचीत में यह शब्द चूकवश निकल गया। उसी समय पत्रकार ने मुझे कहा कि आप ‘राष्ट्रपति’ कहना चाहते हैं। मैंने कहा कि (यह शब्द) चूकवश निकल गया, इसे नहीं दिखाएंगे तो बेहतर होगा। इसके बाद भी पत्रकार ने इस वीडियो को चलाया।’’चौधरी ने कहा, ‘‘मुझसे चूक हुई। एक शब्द निकल गया। भाजपा के लोग इसके लिए बवाल कर रहे हैं। भाजपा के पास कुछ बोलने के लिए नहीं हैं तो कुछ भी मुद्दा बना लेते हैं।’’(भाषा)
भाजपा सांसदों ने सोनिया के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, मोदी माफी मांगें: कांग्रेस
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत भारतीय जनता पार्टी के कई सांसदों एवं मंत्रियों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ अमर्यादित और अपमानजनक व्यवहार किया तथा ऐसी स्थिति पैदा कर दी गई थी कि उन्हें (सोनिया को) चोट भी पहुंच सकती थी।मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि अपनी मंत्री और नेताओं के इस व्यवहार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने को लेकर भाजपा सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा किया और सोनिया गांधी से माफी की मांग की। चौधरी का कहना है कि एक चैनल से बातचीत में उनके मुंह से एक बार चूकवश यह शब्द निकल गया था, लेकिन भाजपा तिल का ताड़ बना रही है।
कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा के भीतर इसी विषय को लेकर भाजपा के सदस्यों और मंत्रियों ने सोनिया गांधी साथ अपमानजनक व्यवहार किया।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आज लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमर्यादित और अपमानजनक व्यवहार किया! लेकिन क्या लोकसभा अध्यक्ष इसकी निंदा करेंगे? क्या नियम सिर्फ विपक्ष के लिए होते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्यसभा में कुछ भी हो रहा है। वित्त मंत्री को शून्यकाल में बोलने की इजाजत मिली। फिर सदन के नेता को प्रश्नकाल में अपना पक्ष रखने दिया गया। सभापति को स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन अफसोस…… मैंने सुझाव दिया कि सभी विपक्षी सांसदों को निलंबित कर देना चाहिए जैसे गुजरात विधानसभा में होता था।’’
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अधीर रंजन चौधरी पहले ही माफी मांग चुके हैं। अगर वे (भाजपा सदस्य) हमसे अपेक्षा करते हैं कि महिला नेत्री और राष्ट्रपति का सम्मान करें तो उन्होंने ऐसा व्यवहार क्यों नहीं दिखाया? सोनिया जी के साथ जो व्यवहार हुआ वह ठीक नहीं है। आज सोनिया जी को शारीरिक रूप से चोट पहुंच सकती थी।’’गोगोई ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग सोचते हैं कि सोनिया जी डर जाएंगी तो यह उनकी भूल है। सोनिया जी एक निडर और शालीन नेता हैं। वह स्वयं भाजपा की महिला सांसदों के पास गईं और बहुत शालीन तरीके से बातचीत करना चाहती थीं। लेकिन उनकी शालीनता के उत्तर में भाजपा सांसदों द्वारा बहुत बुरा व्यवहार किया गया।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा सांसदों और मंत्रियों ने उन्हें चारों तरफ से घेरकर ऐसा माहौल बनाया जिसमें उन्हें चोट पहुंच सकती थी। महिला सांसदों ने तो आपत्तिजनक व्यवहार किया ही, पुरूष सांसदों ने भी आपत्तिजनक बातें और व्यवहार किया। हमारी नेता निडर रहीं, शालीन बनी रहीं।’’इससे पहले गोगोई ने ट्वीट किया, ‘‘आज भारत की एक बहुत ही वरिष्ठ नेता, जो बुजुर्ग महिला हैं और कोविड संक्रमण से उबर रही हैं, उन पर हमला किया गया। केंद्रीय मंत्रियों ने उनका अपमान किया और भाजपा सांसद उन्हें चोट पहुंचा सकते थे। भाजपा सांसदों ने संसद के भीतर जो किया, उससे उनकी भीड़ वाली मानसिकता प्रदर्शित होती है।’’कांग्रेस सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा, ‘‘सोनिया जी भाजपा की महिलाओं सांसद से बात करना चाहती थीं और उनके पास गईं। इसी बीच, वहां स्मृति ईरानी आ गईं और अंगुली दिखा-दिखाकर ऐसी बातें की जो अपमानजनक हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सोनिया जी, पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी हैं,देश की वरिष्ठ नेता हैं और बहुत वरिष्ठ सांसद हैं। उनके साथ यह व्यवहार देखकर दुख हुआ। इसके लिए प्रधानमंत्री जी को माफी मांगनी चाहिए।’’ कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने कहा, ‘‘स्मृति ईरानी और कई अन्य भाजपा सांसदों ने जिस तरह से बर्ताव किया है वो बहुत दुखद है। हमने किसी तरह वहां से सोनिया जी को बाहर निकाला। इसके लिए प्रधानमंत्री और स्मृति ईरानी को माफी मांगनी चाहिए।’’’(भाषा)
आदिवासी मंत्रियों ने की मांग, सोनिया गांधी करें क्षमायाचना
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन आदिवासी मंत्रियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा अपमानजनक शब्द इस्तेमाल किये जाने की कड़ी निंदा करते हुए आज मांग की कि इस अक्षम्य अपराध के लिए स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।आदिवासी समुदाय से आने वाले केन्द्रीय मंत्री किरेन रिजीजू, सर्वानंद सोनोवाल और डॉ. भारती पवार ने भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में एक स्वर से श्री चौधरी के इस कृत्य के लिए कांग्रेस अध्यक्ष से क्षमायाचना की मांग की।देश के कानून मंत्री श्री रिजीजू ने कहा कि संविधान सभा में जो तय हो चुका है, जिस पर बहस नहीं होनी चाहिए। ऐसे मुद्दे से फिर से छेड़छाड़ की गई। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भारत के सबसे ऊंचे और सबसे पवित्र राष्ट्रपति पद को लेकर जो टिप्पणी की है, उससे हम बहुत आहत हैं।
श्री चौधरी ने जिस तरह से राष्ट्रपति जी को संबोधित किया, उसकी हम घोर निंदा करते हैं।श्री रिजीजू ने कहा कि पहली बार आदिवासी महिला इस देश की राष्ट्रपति बनी है। जिस दिन उनके नाम की घोषणा की गई, उसी दिन से कांग्रेस की टिप्पणियां सामने आने लगीं। उसी दिन कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन भारत के दकियानूसी दर्शन को प्रतिबिंबित करता है। उसके बाद भी एक के बाद एक बयान आते गए। लेकिन जब वो राष्ट्रपति पद पर बैठ गई, उसके बाद तो कोई टिप्पणी आनी ही नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, “आज हमनें मीडिया में सुना कि श्री चौधरी इसे छोटी बात बता रहे थे। इस तरह की हल्की टिप्पणी करके राष्ट्रपति की गरिमा को उन्होंने जो चोट पहुंचाई है, उसके लिए न सिर्फ अधीर रंजन चौधरी बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी और उनकी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
श्री सोनोवाल ने कहा कि आज फिर एक बार कांग्रेस की आदिवासी विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता सामने आई है। अधीर रंजन चौधरी द्वारा देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की गई है। इससे हमारे देश, संविधान, महिलाओं और जनजातीय समाज की गरिमा को ठेस पहुंची है।डॉ. पवार ने कहा, “मैं कांग्रेस से कहना चाहती हूं कि क्या हमारे देश में आदिवासियों को कोई अधिकार नहीं है। इस तरह से अपमान करने वालों से हम कहना चाहते हैं कि राष्ट्रपति पद की गरिमा का ध्यान रखो। इस कृत्य के लिए सोनिया गांधी जी को ही माफी मांगनी चाहिए।”(वार्ता)