वाराणसी । भेलूपुर थानान्तर्गत अशफ़ाक़ नगर की संकरी गली में स्थिति एक साड़ी वर्कशॉप में गुरुवार को आग लगने से चार लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में बिहार के दो श्रमिक शामिल हैं।वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार इस हादसे में मदनपुरा निवासी 45 वर्षीय एक व्यक्ति तथा उसके 22 वर्षीय पुत्र के अलावा वर्कशॉप में कार्यरत बिहार के दो मजदूरों की मौत हुयी है।
उन्होंने बताया कि यह घटना भेलूपुर थाना स्थित रेवड़ी तालाब इलाके में अशफाक नगर कॉलोनी में हुई।पुलिस के अनुसार मदनपुरा के एक व्यापारी ने साड़ी की फिनिशिंग और पैकेजिंग के लिए अशफाक नगर स्थित एक इमारत के बेसमेंट में दो कमरे किराये पर लिये थे। इन दो कमरों से संचालित हो रहे वर्कशॉप में आग लगने की वजह बिजली का शॉर्ट सर्किट होना बताया गया है। पुलिस के अनुसार वर्कशॉप के दरवाजे के पास लगी आग बहुत तेजी से पूरी इमारत में फ़ैल गयी।
यह सब इतनी तेजी से हुआ कि इमारत में मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिल सका।घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग को बुझा कर आग में गंभीर रूप से झुलसे चारों चार व्यक्तियों को बाहर निकाला। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिवार को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के जिला प्रशासन को निर्देश दिये हैं।
दुःखद घटना में मदनपुर के 45 वर्ष के व्यक्ति उनका 22 वर्ष का पुत्र, अररिया बिहार के रहने वाले 18 वर्ष और 17 वर्ष के दो साड़ी का काम करने वाले लेबर युवक शामिल थे। शाम तक इनका पोस्टमॉर्टेम करा कर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सबको आपदा राहत के अंतर्गत 4-4 लाख की समुचित मुआवजा सहायता इन चारों के आश्रित या अभिभावक को जारी करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। घटना के तुरंत बाद जिलाधिकारी मौके पर पहुंच गयें ।
घटना की जानकारी दी गयी देरी से
इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी इसकी भनक प्रशासन को नहीं लगी। घटना सुबह करीब 11.30 बजे की है जबकि जिला प्रशासन को इसकी जानकारी 12.30 बजे दी गयी। सूचना पर तुरंत वहां जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, एसपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनिमेष सिंह समेत लंका और भेलूपुर पुलिस वहां पहुंची। सवाल ये है कि घटना की बात स्थानीय या आसपास के लोगों के द्वारा छुपाई क्यों गयी। इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि घटना की सूचना आग बुझाने वालों ने पहले पुलिस को नहीं दी। पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद शॉर्ट सर्किट होने की जानकारी मकान मालिक के बड़े भाई मोहमद जमील ने बिजली कर्मियों को दी।
छह महीने से चल रहा था कारखाना
दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के मदनपुरा इलाके के रहने वाले आरिफ रेवड़ी तालाब अंसार नगर में पत्नी शाबरा खातून छोटा बेटा सेफान छोटा बेटा अब्दुल्ला जहीर के साथ ससुराल के घर मे पिछले कुछ वर्षों से रह रहे थे। आरिफ ने माड़ी कारखाना छह महीने पहले अशफाक नगर के रहने वाले सेराज से, जो कि बैंगलोर में रहते है, कमरा किराए पर लिया था। सुबह 11.30 बजे आरिफ एजाज, मुत्तरीस सेफान चूल्हे पर रखकर चावल मैदा का माड़ी तैयार कर रहे थे।
मौत के मुंह आधे घंटे पहले निकल गया शाबान
कारखाने में काम करने वाला एजाज का फूफा शाबान नाश्ता करने के लिए चला गया। 20 मिनट बाद वापस लौटने पर आग की लपटें निकलती दिखाई पड़ी। स्थानीय लोगों की मानें तो मुख्य दरवाजे का एक पल्ला बन्द था। आग दरवाजे पर लगी। जिसके कारण सभी बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। पुलिस कर्मियों को चारों शवों को बाहर निकालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।