International

रूस -यूक्रेन : स्कूल पर बरसे बम, अमोनिया गैस लीकेज से दहशत

यूक्रेनी सेना ने अपना रेलवे ब्रिज उड़ाकर रूसी सेना को रोका .वार्ता विफल होने का अर्थ तीसरा विश्व युद्ध होगा : जेलेंस्की. रूस को हथियार नहीं भेज रहा बीजिंग : चीन

कीव । रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के 26वें दिन मारियुपोल के स्कूल पर बम बरसाए गए। स्कूल में शरण पाए 400 लोगों में से बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गयी है। सूमी में केमिकल प्लांट से अमोनिया गैस लीक हो जाने से दहशत का वातावरण बना हुआ है। यूक्रेन पर रूस के हमले की आवृत्ति दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। रूसी सेनाएं यूक्रेनी शहरों के शरणस्थलों पर भी हमले कर रही हैं। रूसी सेनाओं के भीषण हमले का शिकार मारियुपोल का ऑर्ट स्कूल भी हुआ है। उस स्कूल में 400 लोग शरण लिये हुए थे। इसी बीच अचानक वहां बम बरसने लगे। कितने लोग जान बचा सके हैं, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

इस बीच सूमी पर लगातार हवाई हमले जारी रहे। इस हवाई हमले की चपेट में आकर सूमी केमिकल प्लांट में अमोनिया गैस लीक हो गई। सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर दिमित्रो जियवेत्स्की ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे सुमीखिंप्रोम रासायनिक संयंत्र से अमोनिया का रिसाव हुआ। उन्होंने कहा कि, इससे 2.5 किलोमीटर का क्षेत्र प्रभावित हुआ है। प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से तुरंत भूमिगत आश्रय लेने को कहा गया है।यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से सोमवार को बताया गया कि उत्तरी कीव में रूस व यूक्रेन की सेना के बीच जबरदस्त लड़ाई चल रही है। शहर के उत्तर-पूर्व में यूक्रेनी सैनिकों ने रूस को रोक कर रखा है। यूक्रेनी सेना ने अजोव सागर में बना यूक्रेन का रेलवे ब्रिज खुद ही उड़ा दिया है। ऐसा रूसी सेनाओं को रोकने के लिए किया गया है।

रूस को हथियार नहीं भेज रहा बीजिंग : चीन

अमेरिका में चीन के राजदूत किन गैंग ने इस बात को खारिज कर दिया है कि बीजिंग ने यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को सैन्य सहायता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि बीजिंग ने युद्धविराम का आह्वान करके, शांति वार्ता को बढ़ावा देकर और मानवीय सहायता भेजकर युद्ध का जवाब दिया।सीबीएस न्यूज ने किन के हवाले से कहा, “शुक्रवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग और राष्ट्रपति बाइडेन के बीच एक वीडियो कॉल पर बातचीत हुई थी। इस दौरान राष्ट्रपति शी ने चीन की स्थिति को बहुत स्पष्ट किया, यानी चीन शांति के लिए खड़ा है और युद्ध का विरोध करता है।चीन द्वारा रविवार को रूस को सैन्य सहायता भेजने के आरोपों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा, “चीन द्वारा रूस को सैन्य सहायता प्रदान करने की सूचना गलत है। हम इसे अस्वीकार करते हैं। चीन भोजन, दवा, स्लीपिंग बैग और बेबी फॉर्मूला भेज रहा है।”

उन्होंने आगे कहा, “यूक्रेन की स्थिति को इस तरह से देखने से हमें नफरत है और हम तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हैं, और हम शांति वार्ता को बढ़ावा दे रहे हैं, और हम मानवीय सहायता भेज रहे हैं।”शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शी जिनपिंग को यूक्रेन के शहरों और नागरिकों पर हमलों के बीच रूस को सहायता प्रदान करने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।जवाब में, शी ने कहा, “सभी पक्षों को रूस और यूक्रेन को संयुक्त रूप से बातचीत का समर्थन करने की आवश्यकता है। बातचीत ही परिणाम देगा और शांति की ओर ले जाएगी। चीन एक शांतिप्रिय देश है।”

वार्ता विफल होने का अर्थ तीसरा विश्व युद्ध होगा : जेलेंस्की

कीव : जैसे ही यूक्रेन ने मारियुपोल को आत्मसमर्पण करने की मॉस्को की चेतावनी के बीच रूस के सामने झुकने से इंकार किया, तो यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर दुनिया को याद दिलाया कि अगर बातचीत नहीं हुई, तो यह एक वैश्विक आपदा होगी।उनके डिप्टी ने सोमवार (मास्को समय) सुबह 5 बजे तक मारियुपोल शहर को छोड़ने की रूसी मांग को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी आत्मसमर्पण का कोई सवाल ही नहीं है।बीबीसी ने कहा कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने शहर के आत्मसमर्पण के बदले मानवीय गलियारे खोलने की पेशकश की थी।इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि रूस ने मारियुपोल में युद्ध अपराध किए।जेलेंस्की ने कहा है कि उनका मानना ​​है कि रूस के आक्रमण के अंत में बातचीत करने में विफलता का अर्थ ‘तीसरा विश्व युद्ध’ होगा।

सीएनएन से रविवार को बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना ​​है कि बातचीत ही लड़ाई को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है।उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें बातचीत की संभावना के लिए किसी भी प्रारूप, किसी भी अवसर का उपयोग करना होगा। “हालांकि, जेलेंस्की ने कहा कि वह किसी भी समझौते को खारिज करेंगे, जिसमें यूक्रेन को रूसी-प्रायोजित अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र के रूप में मान्यता देने की आवश्यकता होगी।यूक्रेन के राष्ट्रपति ने एक बार फिर कहा कि उनका मानना है कि अगर उनका देश नाटो का सदस्य होता, तो युद्ध शुरू नहीं होता।”अगर नाटो के सदस्य हमें गठबंधन में शामिल करने के लिए तैयार हैं, तो इसे तुरंत करें, क्योंकि लोग रोज मर रहे हैं।”

मारियुपोल के मेयर के सलाहकार प्योत्र एंड्रीशेंको का कहना है कि मास्को के मानवीय वादों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, और शहर खुद का बचाव करना बंद नहीं करेगा।एंड्रीशेंको ने बीबीसी से कहा “हम आखिर तक लड़ेंगे।”एंड्रीशेंको ने हाल के दिनों में अन्य मारियुपोल अधिकारियों द्वारा किए गए अपुष्ट दावों को दोहराया कि रूसी सेनाएं अपने कुछ निवासियों को रूस में जबरन निकाल रही हैं।उन्होंने कहा कि इससे पहले शहर के एक विद्यालय पर हमला किया गया था, जहां करीब 400 लोग शरण लिए हुए थे।रविवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमर जेलेंस्की ने वैश्विक समर्थन रैली के प्रयासों के तहत वीडियो लिंक द्वारा इजराइल की संसद से बात की। उन्होंने इस्राइली सांसदों से कहा, “हम जीना चाहते हैं। हमारे पड़ोसी हमें मारना चाहते हैं।”

यूक्रेन ने मारियुपोल में 1,30,000 नागरिकों को बंधक बनाया

मास्को : यूक्रेन के राष्ट्रवादियों ने मारियुपोल में 130,000 नागरिकों को बंधक बनाया गाया है।रूस के राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख मिखाइल मिज़िन्त्सेव ने रविवार को यह बातें कहीं। उन्होंने कहा, “हमारी जानकारी के अनुसार 130,000 यूक्रेनी नागरिकों और छह देशों के 184 विदेशी नागरिकों को वर्तमान में शहर में बंधक बनाया गया है।”

अमेरिका रूस पर लगे प्रतिबंधों विस्तार कर सकता है: उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

वाशिंगटन : अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने कहा कि अमेरिका अभी भी रूस के प्रतिबंधों का विस्तार कर उसकी अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकता है।सीबीएस को दिए साक्षात्कार में श्री सिंह ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि यूक्रेन पर हमला करने से पहले की तुलना में रूस की अर्थव्यवस्था आधी हो जाएगी।

कीव में गोलाबारी, चार की मौत

कीव : कीव में एक रिहायशी इलाके और शॉपिंग मॉल मर भारी गोलाबारी में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई।राजधानी में आपातकालीन सेवाओं ने कहा कि पिछले कुछ घंटों में मलबे से कम से कम चार शव बरामद किए गए हैं।अपने टेलीग्राम चैनल पर एक पोस्ट में, राजधानी के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि बचावकर्मी अभी भी हमले की जगह पर आग बुझा रहे हैं।आपातकालीन सेवाओं की ओर से जारी की गई तस्वीरों में मॉल में चल रहे बचाव अभियान को दिखाया गया है, लेकिन बीबीसी ने कहा कि वह जमीनी स्तर पर रिपोर्ट की पुष्टि नहीं कर पाया है।

यह हमला तब भी हुआ है, जब रूस ने युद्धविराम का वादा किया था कि यदि यूक्रेनी शहर मारियुपोल आत्मसमर्पण कर दे और कल्मियस नदी के मुहाने पर आज़ोव सागर के उत्तरी तट पर स्थित दक्षिणपूर्वी शहर की एक पखवाड़े से अधिक की घेराबंदी समाप्त कर दे।इस बीच यूक्रेन के 10वें सबसे बड़े शहर में गतिरोध जारी रहा, जहां मारियुपोल के गवर्नर ने स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे रूस द्वारा सेना के लिए दी गई सोमवार की समयसीमा को नजरअंदाज कर दिया।मॉस्को ने कहा था कि अगर यूक्रेन के अधिकारी हथियार डालने पर सहमत हो जाते हैं तो वह मानवीय गलियारे खोल देगा। हालांकि, यूक्रेनियन ने मांग को खारिज कर दिया है और लड़ाई जारी रखने की कसम खाईमारियुपोल के अधिकारियों ने पहले कहा था कि रूस ने शहर के एक कला स्कूल पर हमला किया, जहां करीब 400 लोग शरण लिए हुए थे।

युद्ध के बीच हजारों रूसी युवा दूसरे देशों में कर रहे पलायन

मास्को । यूक्रेन पर रूस के हमले के 25 दिन बाद भी जहां भीषण युद्ध जारी है। वहीं यूक्रेन के लाखों लोगों के देश से पलायन करने के साथ ही अब रूस के युवा भी दूसरे देश पलायन कर रहे हैं। आर्मेनिया की राजधानी येरेवन में मास्को की 29 वर्षीय एक वेब डिजायनर पोलिना लोसेवा ने कहा कि यह ऐसा युद्ध है जिसके बारे में मैंने सोचा था कि यह कभी नहीं हो सकता। पोलिना रूस की एक निजी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी में काम करती हैं। उन्होंने कहा कि जब से यह शुरू हुआ है, मुझे अब लगता है कि सब कुछ संभव है। फेसबुक पर कुछ शब्दों के लिए वे लोगों को जेल में डाल रहे हैं। इसलिए रूस छोड़ना सुरक्षित था।

दरअसल, यह एक अलग तरह का पलायन है जिसमें हजारों युवा, शहरी और कहीं से भी काम करने में सक्षम बहुभाषीय पेशेवर शामिल हैं। इनमें से कई सूचना प्रौद्योगिकी पेशेवर या सृजनात्मक उद्योगों में काम करने वाले फ्रीलांसर है। अधिकारियों के मुताबिक युद्ध शुरू होने से पहले आर्मेनिया में महज तीन से चार हजार रूसी कामगार के रूप में पंजीकृत थे। लेकिन पिछले दो हफ्तों से लगभग इतने ही रूसी प्रतिदिन इस छोटे से देश में आ रहे हैं। अभी दसियों हजार रूसी अन्य देशों में नया जीवन शुरू करने बारे में विचार कर रहे हैं।

रूस के राष्ट्रपति से बातचीत करने को उत्सुक हैं ताकि युद्ध का समापन होः जेलेंस्की

वाशिंगटन । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर कहा है कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए बातचीत करने को उत्सुक हैं ताकि युद्ध का समापन हो।एक अमेरिकी संवाद समिति सीएनएन से बातचीत में जेलेंस्की ने कहा है कि इस युद्ध में जिस तरह यूक्रेन की आवासीय बस्तियों और अपार्टमेंट्स पर राकेट और मिसाइलों से बमबारी में निरीह बाल वृद्ध और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है, वह अत्यंत दुखद है।उन्होंने कहा है कि बातचीत में एक प्रतिशत की भी उम्मीद बची हो तो वह तत्काल वीडियो कांफ्रेंस से शांति वार्ता करने को तत्पर होंगे।

अमेरिकी मीडिया के अनुसार रूस की जल, थल और वायु सेना ने यूक्रेन के दक्षिण में पोर्ट सिटी मरियूपोल पर तीनों ओर से हमला कर उसपर नियंत्रण कर लिया है। ब्लैक सी के मुहाने पर मरियूपोल को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन रूसी सेनाओं को राजधानी कीव पर नियंत्रण करने में दिक़्क़तें आ रही है। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि रूसी सेना कीव के इर्दगिर्द राकेट लॉन्चर और मिसाइल से यूक्रेन के आयुद्ध भंडारों पर हमले कर रही है। रूस ने ऐसे तीन आयुद्ध भंडारों पर सुपरसोनिक मिसाइलों से हमले कर भारी तबाही का दावा किया है।

जेलेंस्की से बातचीत को तैयार हुए पुतिन

वाशिंगटन। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से सीधे वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए वार्ता करने को तैयार हो गए हैं।अमेरिकी मीडिया डेली मेल के अनुसार वार्तालाप की तिथि और समय निर्धारित नहीं किया जा सका है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह कभी भी किसी दिन हो सकती है। रूसी अधिकारी इसके लिए ग्राउंड वर्क तैयार करने में लगे हैं।

VARANASI TRAVEL
SHREYAN FIRE TRAINING INSTITUTE VARANASI

Related Articles

Back to top button
%d bloggers like this: