लखनऊ । यूपी में मिशन शक्ति के तहत योगी सरकार एक ओर महिलाओं के हक की बात कर रही है तो वहीं दूसरी ओर सशक्त महिलाएं जरूरतमंद महिलाओं को सुरक्षा, स्वावलंबन और सम्मान का पाठ पढ़ा रहीं हैं। यूपी के सभी जनपदों में अभियान के जरिए गैर सरकारी व सरकारी संस्थाएं महिलाओं व बेटियों को जमीनी स्तर पर सुविधाएं दिलाने के साथ ही उनको अपने अधिकारों के प्रति जागरूक भी कर रहीं हैं। इस मिशन को आगे बढ़ाते हुए सुल्तानपुर निवासी शिक्षिका पल्लवी तिवारी बेटियों को शिक्षा व महिलाओं को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने का काम पिछले चार सालों से कर रहीं हैं।
उन्होंने बताया कि मैंने एक ओर ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने के लिए उनको सरकारी सुविधाएं दिलाने का काम किया तो वहीं दूसरी ओर बेटियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ उनको शिक्षा की दिशा में प्रेरित कर रहीं हूं। इसके साथ ही मिशन शक्ति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं संग हेल्पलाइन की विस्तृत जानकारी देकर महिलाओं को जागरूक भी कर रहीं हूं। मेरा मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस वृहद अभियान से प्रेरणा लेकर अन्य राज्य सरकारों को भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए।
ग्रामीण अंचल की बेटियों में जगाई शिक्षा की अलख
महिलाओं व बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करने वाली पल्लवी पिछले चार सालों से दूसरी गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर अब तक लगभग 10 हजार महिलाओं व बेटियों को सरकारी योजनाओं के तहत रोजगार दिला चुकीं हैं। उन्होंने बताया कि टीम के साथ मिलकर ग्रामीण अंचल के लगभग 2,500 बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिला चुकी हूं।
जरूरतमंद परिवारों की कर रहीं आर्थिक मदद
दूसरे जनपदों से जुड़े ग्रामीण अंचलों की बेटियों का दाखिला प्राथमिक स्कूल में कराने संग वो उनकी ड्रेस व किताबों का खर्चा सालों से पूरी तौर पर उठा रहीं हैं। उन्होंने अब तक लगभग 150 बेटियों का दाखिला प्राथमिक विद्यालयों में कराया है। मिशन शक्ति के तहत एनजीओ के साथ मिलकर उन्होंने जहां गरीब परिवार की बेटियों के विवाह में आर्थिक रूप से मदद की है वहीं लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के खाने-पीने समेत उनके रहने की व्यवस्था का भी पूरा जिम्मा संभाला।